• Social Connect :

Press Release

Back

माननीय रेल मंत्री व्दारा रत्नागिरी स्टेशन पर रविवार को “कोंकण स्वाद कट्टा” का उद्घाटन और सौर संयंत्र के लिए आधारशिला का रखा जाना।

08-January-2015

माननीय रेल मंत्री व्दारा रत्नागिरी स्टेशन पर रविवार को “कोंकण स्वाद कट्टा” का उद्घाटन और सौर संयंत्र के लिए
आधारशिला का रखा जाना।

 
कोंकण रेलवे ने पर्यावरण संरक्षण के लिए पर्यावरण के अनुकूल प्रौद्योगिकियों को लागू करने के रूप में अपने सम्मानीय यात्रियों के लिए मूल्य वर्धित सेवाएं प्रदान करने के अपने प्रयासों को ध्यान में रखते हुए रत्नागिरी स्टेशन पर एक कोंकणी-व्यंजन उपहार गृह “कोंकण स्वाद कट्टा” की स्थापना की है। इससे कोंकण रेलवे मार्ग पर यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए कोंकणी भोजन उपलब्ध होगा। माननीय रेल मंत्री श्री सुरेश प्रभु के कर-कमलो से कोंकण रेलवे के रत्नागिरी स्टेशन पर 4 जनवरी को 19.00 बजे “कोंकण स्वाद कट्टा” का उद्घाटन किया जाएगा। साथ ही माननीय रेल मंत्री महोदय व्दारा रत्नागिरी में सौर संयंत्र स्थापित करने के लिए भूमि पूजन भी किया जाएगा।

“कोंकण स्वाद कट्टा”
कोंकण क्षेत्र अपने प्राकृतिक सौंदर्य, दर्शनीय स्थलों, उत्पाद जैसे काजू, कोकम सरबत, आम और कटहल से बनी मिठाइयाँ तथा मुंह में पानी आने जैसे कोंकणी व्यंजनों के लिए प्रसिद्ध है। पर्यटक कोंकणी व्यंजन जैसे फणस सांजण (दूध के साथ कटहल), पूरन पोली, श्रीखंड पुरी, वालीची भाजी (लंबे बीन्स), फणसाची भाजी (कटहल की सब्जी), कोकम शरबत, आंवला शरबत, सोल कढ़ी, अदरक कोकम, खदखड़े लड्डू, डिंक लड्डू आदि का स्वाद लेना पसंद करेंगे।

साथ ही रेल यात्रियों को इन कोंकण उत्पादों तथा व्यंजनों का स्वाद चखाने के लिए कोंकण रेलवे पर कोंकण उत्पादकों की बिक्री के लिए बढ़ावा दिया जाता है। कोंकण रेलवे अपने रत्नागिरी स्टेशन पर ये कोंकण उत्पाद विशेष विभिन्न व्यंजन उचित मूल्य पर बिक्री किए जाएंगे जिसे ”कोंकण स्वाद कट्टा” कहा जाएगा।

सौर संयंत्र:

कोंकण क्षेत्र प्राकृतिक दर्शनीय सौंदर्य के साथ समृध्द है और कोंकण रेलवे का लक्ष्य पर्यावरण अनुकूल रेल परिवहन बुनियादी ढांचे का विकास करते हुए पर्यावरण संरक्षण करना है। माननीय प्रधानमंत्री, श्री नरेंद्र मोदी और माननीय रेल मंत्री, श्री सुरेश प्रभु ने सौर ऊर्जा और हरित ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देने पर बल दिया है। इसके अनुरूप कोंकण रेलवे कॉर्पोरेशन ने ‘ऊर्जा नीति’ बनाई है और जहाँ भी संभव हो वहां सौर तथा पवन एयरो जनरेटरों का उपयोग करने का संकल्प लिया गया है।

2.

तदनुसार कोंकण रेलवे द्वारा क्षेत्रीय रेलवे प्रबंधक कार्यालय के निकट रत्नागिरी में 350 किलोवाट क्षमता का सौर फोटोवोल्टिक संयंत्र ग्रिड कनेक्टेड सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने के लिए निर्णय लिया गया है जो रत्नागिरी रेलवे स्टेशन तथा रेलवे कार्यालय की संपूर्ण ऊर्जा की आवश्यकता को पूरा करने के लिए पर्याप्त होगी। इससे प्रतिवर्ष लगभग 42 लाख रुपए की बचत करने में मदद मिलेगी होगी।

परियोजना पर 3.6 करोड़ रुपए खर्च होंगे और इसे 6 महीने के भीतर पूरा किया जाएगा। इसके अलावा, भविष्य में एक मेगावाट उत्पादन क्षमता को बढ़ाने के लिए योजना तैयार की गई है। उत्पन्न अतिरिक्त बिजली राज्य ग्रिड के लिए फीड की जाएगी।

इसके अलावा, निगम ने अपने संरचित एक्शन प्लान के अनुसार ऊर्जा संरक्षण के लिए पहले ही कई प्रयास शुरू किए गए हैं जैसे चयनित स्टेशनों और समपार फाटकों पर सौर एवं वायु  प्रणाली प्रदान करना, देश में पहली बार – सुरंग प्रकाश व्यवस्था के लिए एल.ई.डी. लाइट फिटिंग, टी5 टाइप ऊर्जा कुशल फिटिंग द्वारा परंपरागत ट्यूब लाइट को बदलना, ऊर्जा बचत का उपयोग और तापदीप्त लाइट बल्ब व्यवस्था को संपूर्ण तौर पर बदलना शामिल है।



मुख्य जनसंपर्क अधिकारी

Passenger Info

Quick Links

Tourist Info