Page 20 - Konkan Garima ank 19
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अंक - 19                                                                                        माच , 2022








                                         नेपाल रेल  िश ण क े  पल


                                                                                                              े

                                                                                                        - सूयशखर
                                                                                                िश क, क कण रलवे
                                                                                                              े
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            क कण रल अकादमी म   िश ण देना एक अ यंत गव  का  काफ  सुगम रहा। जनकपुर पह ँचत ही घनघोर बा रश ने
                                                                                              े
                                                                                                        े
                                                            े
            िवषय है परंतु जैसे ही  हम  ये पता लगा िक नपाल रलवे क  बेहद ही शानदार  वागत िकया। भयंकर सद  क बीच ह ए
                                                 े
                                                      े

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                                     े
            कमचा रय  को  िश ण देन क िलए मुझे नािमत     िकया  इस बा रश ने मौसम का  ख अचानक बदल िदया और
                                                                     े

                ह
                 ै
                 ,

            गया मेरी खुशी का कोई िठकाना न था। ऐसे तो वत मान  सद  क मौसम को अपने चरम पर ले गया।
            समय म  हम सब कोरोना महामारी क  चुनौितय  से दो चार  िदन का तापमान लगभग 4-5      िड ी स टी ेड तक पह ँच
            हो रहे ह  और ऐसे समय म  लगभग एक महीने क  अविध क  गया  और  आने  वाले  िदन   म   भी  मौसम  का  िमजाज
                                                            े
            िलए  अपने  प रवार  से  दर  एक  अनजान  माहौल  और  कमोबेश वैसा    ही रहा।
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            प रवश  जाने का एहसास ही मन को एक उपापोह क   जनकपुर धाम  टेशन पह ँच कर पता चला िक  िश ण

                   म
                े
            ि थित म  ले जा रहा था एवं शु  म  मन म  थोड़ी सी िझझक   थल कह  और रखा गया है और िफर काफ  ज ो जहद के
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                                    े
            महसूस ह ई परंतु मेर िझझक क ऊपर कत  य बोझ  भारी पड़ा  बाद हम लोग िनयत समय पर िनधा  रत  िश ण  थल
            और म  अपने आप को इस नई चुनौती क िलए तैयार करने  (म  य एवं मानव संसाधन  िश ण सं थान         ) पर पह ंचे।
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            लगा। हमने ऐसा  ढ़ िन य िकया िक िकतनी भी िवपरीत   िश ण स  क  शु आत नेपाल रेल के  महा बधक,
                                                                                                            ं
            प रि थित  हो रा ते  म   िकतनी  भी  किठनाइयां  आए,   ी िनरजन झा के कर कमल  से क  गयी।  िश ण -
                                                                      ं
                        ,

             शासन ने मेर ऊपर जो िव ास जताया है उसे अपनी  पाठ्य म क   परेखा इसके  उ े य एव  थानीय  तर पर ,    ं
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             मता से पूरा करक ही वापस आना है। ये  ण  यि गत  उसक  उपयोिगता एवं अ य पहलुओं पर उ ह ने रोशनी
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            परशािनय  से खुद को िववश करने का नह  बि क उनसे  डाली।
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            ऊपर उठकर आगे आकर हमार क कण रलवे  पी इस
                                                                                          र
                                                                                           े
                                                                                           ल

                                                                                                       ,
            प रवार म  अपनी उपयोिगता सािबत करने का है।            िश ण स  क  शु आत म   पथ िवभाग प रचालन
                                                                                                      े
                                                                िवभाग एवं िसगनल तथा दूरसंचार िवभाग क कम चा रय
            गोवा से पटना तक क  हवाई या ा एवं पटना से जनकपुर  क  संयु  क ा ली गयी िजसम  रेलवे के प रचालन म
            धाम  नेपाल तक क  सड़क या ा काफ  अ छी रही।  िविभ न िवभाग  के  योगदान के  बारे म  िव तार से जानकारी

                       )
                (
            जनवरी माह क दूसर स ाह म  कोरोना क  तीसरी लहर तेजी  दी गयी। नेपाल रेल के महा बंधक अपने अिधका रय  के
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            से अपने पैर पसार रही थी, पाबंिधयां  बढ़ाई जाने लगी थ ।  साथ पूरे स  म  उपि थत रहे।
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            हवाई या ा क दौरान सामािजक दरी क िनयम  का पूरा
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                                                            े
            पालन िकया गया एवं पटना से जनकपुर तक क  या ा क
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                                                            े
            समय िबहार क  सीमा क अंदर राि कालीन िनषेधा ा क
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            बीच गुजरना पड़ा। पुिलस बल क  ारा दरभंगा क पास रोक
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            जाने क बाद उ ह  या ा का उ े य बताने पर उनक  ारा
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            काफ  सहयोग  दान िकया गया।     नपाल सीमा म   वश
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