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अंक - 19 माच , 2022
या माण क ओर यान िदलाना।
3.अपेि त िवषय या प - यवहार पर िवचार प करना । आवती पर आधा रत िट पणी म सहायक अिधकारी क
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िट पणी लेखन क दो तर ह : सम आवती क िववरण को काया लय म क जाने वाली
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1. अिधकारी तर पर → शासिनक नेमी िट पणी एवं कारवाई क संदभ म सं ेप म तुत करता है।
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वतःपूण िट पणी िजसका आरंभ म सं या------------( आवती पृ ---
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)
→
2. सहायक तर पर आवती पर आधा रत िट पणी एवं -----------प ाचार से िकया जाता है।
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वतःपूण िट पणी इसक पाँच चरण होते ह
वतःपूण िट पणी िकसी आवती पर आधा रत न होकर 1. आवती का िवषय
2. कारण
प रि थित तथा आव यकता से उ प न सम या को हल
3. िनयम
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करने क िलए होती है। िट पणी का यह व प वतं
4. कायालय म काय क ि थित
िट पणी क प म होता है। इसम सव थम फाइल सं या,
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5. सुझाव
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काया लय िवभाग का नाम िदनांक तथा िवषय का
आशा करता ह ँ िक इस अ यास से आपका काया लयीन
उ लेख िकया जाता है। इसक प ात िट पणी का कलेवर।
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काय आसान हो जाएगा और आप अपने िह दी काय म
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िट पणी क दाई ओर अिधकारी क आ र होते ह एवं बाई
वृि करगे।
ओर उ चािधकारी को तुत क जाती है। िट पणी से िव ाथ - इस आपक माग दश न का हम अपने दैिनक
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सहमत होने पर संबंिधत अिधकारी िट पणी क नीचे दाई काय म ज र उपयोग करगे। बह त बह त ध यवाद।
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और अपने ह ता र करता है।
ईमानदारी एक जीवन शैली
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- वि नल सुधाकर झगड े
किन इंजीिनयर, क कण रलवे
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सोच हमारी सही िदशा पर संक प का संग रथ हो। अलग अलग अंग का भंडार है। वा तव म यिद हम जीवन
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ढ़ िन य कर ल य को भदो चाहे िकतना किठन पथ हो। को करीब से देख तो हम महसूस करगेिक यह िकतना सुंदर
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सही है मानव जीवन एक ई र क सबसे अ ुत रचना है।
है। जीवन म कोई भी रा ता िकसी क िलए आसान नह है।
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भगवान न मानव को िदए गए िविभ न शि बल क चलत,
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मानव जीवन म लोग क सम याएं और िचंताएं वा तिवक'
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उसको अ य जीव से अलग करता है। मानव को जीवन
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ह । जीवन िकसी क िलए भी आसान नह है। हालांिक हम
भगवान ारा िदया गया एक शि शाली वरदान है। मानव को
समझने क आव यकता है िक यह जीवन कसा है। हर एक
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उन सभी क िलए आभारी होना चािहए जो हमार पास है और
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मानव अपना जीवन अपने तरीक से सुंदर और आनंदी बनाने
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मानव उसी िचज से अपनी िज मेदारी को समझकर जीवन
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क िलए अपने अंदर क मू य एवं अ छी शैिलओं का
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को बेहतर बनाने क कोिशश करता है। जीवन एक पड़ाव है,
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उपयोग करता है। ान वाभािवक गुण आचरण',
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