Page 23 - Konkan Garima 17th Ebook
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अक - 17 माच , 2021
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अमे रका ने भी हामी भरी ह । हमार े पड़ोसी रा जो िक फ कना ह । ाचार को िमटाने क े िलए न र त द न ल । दश े
आतंकवादी और िव ोह से भर ेह उ हे छोड़कर बाक सभी दश े को एक होना ह तो हमे वाथ , िव ोह, जाितवाद से बाहर
हमार े साथ ह इसका ऐलान भी उ ह ने िकया ह । यह िवकास िनकलकर एक होना ह । हमार ेदश े मे बोली से लेकर खानपान म
क तरफ़ जा रहे हमार ेदश े को एक गित क े माग पर ले जाने म भी िविवधताए होते ह ए भी हम एक ह । सभी दश े वािसय को एक
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बह त बड़ा योगदान ह । इसे हम बरकरार रखना आव यक ह । होकर जात-पात, उ च-नीच, अमीर-गरीब भेदभाव को दर कर
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इसिलए हम हमार े िलए बनी सभी सरकारी योजनाओ ंको परी ू “एक भारत े भारत” बनाने म काय करना ह । यह क े वल
तरह से सहयोग दन े ा ह उसका हमार े उ वल भिव य क े िलए िकसी एक यि या रा य क िज मेवारी नह , यह सम त
काया ि वत करना आव यक ह । दश े क े वछता अिभयान का दश े वािसय क िज़ मेदारी ह । िजससे हम सभी को “मजहब
एक िह सा बने। दश े को साफ सथरा रखने म सहायक बने नह िसखाता आपस म बैर रखना, िहद ं ी ह हम वतन ह ,
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और आदश बनाने म मदद कर। मिहलाओ ंक इ जत कर। िहद ं ो ता हमारा” यह नारा जो दश े क े आजादी क े िलए
उसे अपने से कम न समझ । लड़िकय को िशि त बनाए, अपने ेरणादायी बना तो आज इसे िफर एक बार दोहराकर हमार े
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पैरो पर खड़ा कर। सरकार ारा दी गयी सिवधाओ ंका फायदा बीच क सभी दीवार को िमटाकर क े वल हमार े दश े क े ित
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लेकर उ ह आ मिनभ र बनाए, स म बनाए। दश े क आत ं रक कत य को यान मे रखकर “ एक भारत े भारत “ सही
िववाद को िमटाने क े िलए यास कर । हम िसफ दश े क े गित मायने मे कामयाब बनाएगे । ँ
क े बीच का यह एक रोड़ा बनकर खड़ा ह उसे बाहर िनकाल
िम ी क बतन का इ तमाल - आ मिनभर भारत क ओर
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- बाबासाहब े सर े नाडगे
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व र े ीय अिभयत ं ा, र नािगरी
आधिनकता का हमार े जीवन पर इतना भाव पड़ा है िक न पदाथ क े िमि त होने क सभ ं ावना बढ़ जाती है । आपको परी ू
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क े वल हमार े रहन-सहन क े तरीक े म बदलाव आया है बि क लाइफ व थ रहना ह तो ेशर ककर क बजाय िम ी क े हांडी
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हमार े खान-पान का तरीका भी परी तरह से बदल गया है। म खाना बनाकर खाना चािहए। जी हां हमारी बॉडी को रोजाना
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इसक े चलते िकचन म भी इसी तरह कई बदलाव ह ए है। जी हां 18 कार क े स म पोषक त व क ज रत होती है, जो िम ी
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पहले मिहलाए ं खाना बनाने क े िलए च हे और िम ी क े बत न क े बत न म बने खाने से आसानी से िमल जाती है। इन स म
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का योग िकया करते थे, अब उनक जगह गैस च ह , ि ज पोषक त व म ि शयम, मै नीिशयम, स फर, आयरन,
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और ओवन ने ले िलया है। िसिलकॉन, कोबा ट, िज सम आिद शािमल होते ह । वह ेशर
कई हजार साल से भारत म िम ी क े बत न का इ तेमाल िकया ककर से बने भोजन म सार े पोषक-त व न हो जाते ह ।
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जाता रहा है य िक िम ी क े बत न म खाना पकाने से ऐसे इसिलए िम ी क े ही बत न म खाना बनाना चािहए ।
पोषक त व िमलते ह , जो हर बीमारी को शरीर से दर रखते थे। व थ शरीर क े िलए ज री है िक भोजन क भावशीलता
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इस बात को अब आधिनक िव ान भी सािबत कर चका है िक तरत ं राहत पह च ं ाने क मता एव ं द भाव से रिहत थायी
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िम ी क े बत न म खाना बनाने से शरीर क े कई तरह क े रोग मि इस मापदड ं को प रपण करती है । आइये जानते ह य
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ठीक होते ह हालांिक आज से 200 साल पहले से ही िम ी क े िम ी क े बत न म खाना पकाना चािहए ।
बत न का योग होना बद ं हो गया. इसक े पीछे क म य वजह • पौि क भोजन
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थी बाजार म ए यिमिनयमऔर लाि टक क े बत न का यादा आयव द क े अनसार, अगर भोजन को पौि क और वािद
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इ तेमाल करना। िजसम भोजन म हािनकारक रासायिनक बनाना है तो उसे धीर- े धीर ेही पकना चािहए। साथ ही भोजन म
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