Page 24 - Konkan Garima 17th Ebook
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अक - 17                                                                                          माच , 2021
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               मौजद सभी  ोटीन शरीर को खतरनाक बीमा रय  से सरि त  और सय  का  काश िमलना ज री है।
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                                                                         ू
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               रखते ह  । भले ही िम ी क े  बत न  म  खाना बनने म  व त थोड़ा  •  ऊ मा  ितरोधी (Heat Resistant)
                यादा लगता है, लेिकन इससे सेहत को परा लाभ िमलता है.   आम धारणा क े  िवपरीत िम ी क े  इन बत न  म  ऊ मा को
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               इसक े  अलावा आयव द म  इस बात को भी बताया गया है िक जो   अवशोिषत करने क   मता तांबे और लोहे क े  बत न  क े
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               भोजन धीर- े धीर  े पकता है वह सबसे  यादा पौि क होता है।   मकाबले  यादा नह  होती इसिलए  यादा गरम होने पर इनक े
                                                                     ु
               जबिक जो खाना ज दी पकता है वो खतरनाक भी होता है ।     टटने का खतरा रहता है. लेिकन धीमी आच ं  पर आसानी से
                                                                     ू
               इसक  गम   ितरोध और धीमी गित से खाना पकाने क े  कारण,   इनम  खाना बनाया जा सकता है। आप इनम  रोज़ाना दाल,
               भोजन अपने सभी तेल  और नमी को बरकरार रखता है;         चावल और स ज़ी पका सकता ह । भोजन को पकाते समय सय   ू
               नतीजतन, आपको अपने भोजन को नमी  दान करने क े  िलए     का  काश और हवा का  पश  होना आव यक है ।
               अित र  तेल और वसा क  आव यकता नह  होगी ।              भोजन  को  अिधक  तापमान  म   पकाने  से  उसक े   श म
                                                                                                                  ू
               •  ज़ायक े दार खाना                                   पोषकत व न  हो जाते ह । भोजन को  ेशर ककर म  पकाने से
                                                                                                       ु
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               अगर आपको खाने म  स धी-स धी खशब पसद ं  है, तो िम ी क े   भोजन पकता नह  है, बि क भाप और दबाव क े  कारण टट  ू
               बत न म  पका ह आ खाना आपको एक अलग  वाद का अनभव        जाता है, िजसे हम पका ह आ भोजन कहते है. इनक  सबसे
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               कराएगा। िम ी क े  बत न म  जब खाना पकाया जाता है, तो आच ं    अ छी बात ये है िक इनको आप माइ ोवेव म  ही इ तेमाल कर
               म  पकने से उसम  िम ी क  खशब और मसाल  का ज़ायका        सकते ह  ।
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               िमल जाएगा, जो खाने क े   वाद को दो गना कर दग े ा ।
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                                                                    •  दध और दध स  ेबन  ेउ पाद  क े  िलए सबस  ेउपय  ु
                                                                                 ू
               •  ख़बसरती                                            आप इसम  नॉम ल दही भी जमा सकते ह । अगर आप इसम
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               कांच और िसरि े मक क े  बत न  क  तरह ही िम ी क े  बत न भी हर   गरमा गम  दध डालकर िपएग ं े तो आपको दध बह त ही  वािद
                                                                             ू
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               साइज़ और आकार म  िमल जाते ह । िजन पर बेहद खबसरत  ू    लगेगा और आप हमेशा ऐसे ही दध पीना चाह गे  य िक िम ी
                                                                                              ू
               कलाकारी और रग ं   का समायोजन भी होता है। जैसे आप     क  खशब दध क े   वाद को दोगना कर दग े ी ।
                                                                                            ु
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               अपनी सबह क  चाय का मज़ा क हड़ म  ले सकते ह . इसक े
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               अलावा आप पानी को ठंडा करने क े  िलए मटक  का इ तेमाल
                                                                    •  क ज स  ेिमलती है राहत
               कर सकते ह । ये बत न आपक  डाइिनंग टेबल को पार प रक
                                                                    आज क े  समय म  बह त से लोग  को क ज क  सम या हो जाती
                प भी दग   े ।
                                                                    है। आजकल क े  समय म  िदनभर ऑिफस म  बैठे रहने से गैस क
               •   वा  य लाभ
                                                                    सम या हो जाती है, इसिलए आपको िम ी क े  तवे क  रोटी
               इंसान क े  शरीर को रोज 18  कार क े  स म पोषक त व िमलने
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                                                                    खानी चािहए। अगर आप िम ी क े  तवे क  रोटी ख़ाते ह  तो
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               चािहए। जो क े वल िम ी से ही आते ह । एलिमिनयम क े   ेशर
                                                                    आपको क ज क  सम या म  राहत िमलती है ।
               ककर से खाना बनाने से 87  ितशत पोषक त व ख म हो जाते
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               ह । पीतल क े  बत न म  खाना बनाने से क े वल 7  ितशत पोषक
                                                                    अत ं  म  म  इतना ही कहना चाहता ह  अगर आप भी  व थ
                                                                                                  ँ
               त व न  होते ह । कांसे क े  बत न म  खाना बनाने से क े वल 3
                                                                    जीवन जीना चाहते ह  तो  यादा से  यादा िम ी क े  बत न  का
                ितशत ही पोषक त व न  होते ह । क े वल िम ी क े  बत न म
                                                                     योग कर.    बह त ही कम लोग इस बात को मानेग  लेिकन ये बात
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               खाना बनाने से पर  े 100  ितशत पोषक त व िमलते ह . और
                                                                    तो सच है िक यिद शरीर को रोगम  और लंबी उ  तक जीना
                                                                                              ु
               यिद िम ी क े  बत न म  खाना खाया जाए तो उसका अलग से
                                                                    है, तो िम ी क े  बत न  म  खाना बनाने क  आदत डाल  ।
                वाद भी आता है। लेिकन  ेशर ककर ए यमीिनयम का होता
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                                                                    िम ी क े  बत न बनाने क े  काम क े  िलए सरकार को, आ मिनभ र
               है जो सेहत क े  िलए बेहद खतरनाक हो सकता है। िजससे
               टी.बी, डायिबटीज, अ थमा और पेरिे लिसस हो सकता है।     भारत अिभयान म  योगदान करने  क े  साथ-साथ जमीनी  तर
                ेशर ककर क े  भाप से भोजन पकता नह  है बि क उबलता है।   पर अथ  यव था क े  साथ सहायता  दान करनी चािहए ।
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               आयव द क े  अुनसार खाना पकाते समय उसे हवा का  पश
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