Page 37 - Konkan Garima ank 19
P. 37

अंक - 19                                                                                        माच , 2022









                                              पय टन और वै ीकरण
                                                                                             - सुिचता सिचन बामुगड़ े
                                                                                                           भंडार सहायक


                                                    े
                      यूँ तो पयटन क ऐसे अनेक  कार क अथ  जुड़   य िक  यह  सभी   तर   पर  आिथ क,  सां कृ ितक  और
                                  े
                                                            े
                                                                                        े
            है। हम अपनी रोज क  जीवन या ा से कु छ पल ऐसे जीना  राजनीितक आदान- दान क अवसर  दान करता है।
            चाहते ह । िजससे हमारा मन  स न हो जाए।  इसम  सबसे  यह रोजगार पैदा करता है, िवदेशी मु ा अिज त करता है
             यादा मह व िकसी का   हो सकता है तो वे है "पय टन"  और लोग  के जीवन  तर को ऊपर उठाता है। भारत म

                                                                                        े
                                                                                                            े
                                                                                                      े
                            न
                          म
            पय टन वा तव म    को संतु  करता है। पय टन यानी,  मन  पय टन र न तथा  गहने और रडीमेड कपड़  क  े  क बाद
            बहलाने या अ य िकसी कारण से पय टक- थल  आिद पर  तीसरा  सबसे बड़ा िवदेशी मु ा अज न  े  है।  पय टन

            घूमने-िफरने तथा मनोरंजन का  थान माना गया है।        पारंप रक ह तिश प  े  को बढ़ावा देता है और पयटक
                                     े
                                                                                                                े
            •  पैसा लकर पय टक  को सवाएँ  दान करने का काम या  को भारत क  समृ  और िविवध सां कृ ितक िवरासत क
                      े
                                                                   े

                    े
                              ,

            पय टक  क िलए घूमने खाने रहने आिद क   यव था।         बार म  जानकारी  दान करता है।
                                   ,
            •  िकसी  िस  या मनोरम  थान क  या ा     ; देशदश न  भारत म  कम पय टक आने क क ु छ अ य कारण पयटक

                                                                                         े
                           े
            और मनोरंजन क िलए िकया जाने वाला  मण सैर-             ारा आव यक सुिवधाओं क  कमी जैसे यातायात  भीड़
                                                                                                           ,

                                                       ;
            सपाटा देशाटन टुअ रज़म)।                              अिनयोिजत शहरीकरण और नाग रक अिधका रय  तथा

                 ;

                          (
                         ;

            भारत पयटन  े  म  अपनी िविवधतापूण   व प को लेकर  नाग रक  क  उदासीनता है। पय टक  क   िच के   थान  पर
            िव यात है। तभी तो इसे 'अतुलनीय भारत' का नाम िदया   दषण के  कारण भारत म  पय ट  म  िगरावट आई है। क
                                                                   ू
            गया है।                                             ऊपर से िपछले  साल  से जो कोिवड- का  भाव इतना

                                                                                                1

                                                                             2
                                                                                                  9
                                                            े
            भारत दुिनया का एकमा  देश है जहां िविभ न धम  क  भारी नुकसान धारक होने के साथ जान लेवा है। इसक
                              े
                                      े
            अनुयायी ह  और उनक मह व क  थान पाए जाते ह । भारत  वजह से के वल भारत ही नह  बि क िव  के  हर देश म  जहां
            एक आकष क देश है और इसम  िविभ न पय टक आकष ण  पय टन क  मा   यादा थी, वह अब िगरावट आयी है।
            ह । इसम  िविभ न  कार क धम , सं कृ ित, भाषा, इितहास,  पय टन क मह व को समझते ह ए, क  और रा य सरकार  ने
                                                                       े

                                 े
            पवतीय िविवधता और इसक  समृ  वन पितयां और  अपनी  ाथिमकताओं म  पय टन को उ च  थान िदया है।

                                                                                े
            जीव ह । इसम  कु छ सबसे ऊचे पहाड़, खूबसूरत निदयां,  भारत को पयटन क अनुकू ल बनाने और पय टन उ ोग को
                                    ँ

            िवशाल जंगल, एक लंबी तटरखा,  ीप और सां कृितक  िवकिसत  करने  म   स म  बनाने  क  िलए,  आव यक
                                                                                                े
                                      े
            िवरासत ह  ।                                         बुिनयादी ढांचे क िवकास क िलए एक तालमेल काय  म
                                                                              े
                                                                                        े
                े
                               े
            इसक समृ  इितहास क िनशान हर जगह देखे जाते ह  और  शु  िकया गया है। पय टक  को  ो सािहत करने के िलए,
            ये िद ली, आगरा, जयपुर,  वािलयर, हैदराबाद, चे नई,  एक काय  योजना शु  क  गई है।सरकार ने िवशेष पय टन
            गोवा, कोलकाता और मुंबई आिद  थान  पर अिधक   े   (एसटीएएस) क  अवधारणा को भी अपनाया है,
            िदखाई देते ह ।                                      िजसम  उ च पयटन  मता वाले क ु छ पयटन  े   क



            पय टन आज दुिनया का दूसरा सबसे बड़ा उ ोग है । यह      पहचान क  जाती है और बुिनयादी सुिवधाएँ    दान क
                                ै
            21व  सदी म   मुख वि क उ ोग बनने क  उ मीद है         जाती है।
                                                              35
   32   33   34   35   36   37   38   39   40   41   42