Page 38 - Konkan Garima ank 19
P. 38
अंक - 19 माच , 2022
े
पय टक क अिधकतम सं या को आकिष त करने क िलए को एक एक कृत ि कोण म संयोिजत करना उिचत है।
े
े
नई प रयोजनाएं शु क गई ह । बौ क िलए दश नीय मारक और माग क थल पर पय टक सुिवधाओं को
थल, जैसे िबहार म सारनाथ और महारा म अजंता िवकिसत करना और सुधार करना भी आव यक है। आशा
े
े
एलोरा गुफाओं को सव च ाथिमकता दी गई है। है िक भारतीय पय टन से जुड़ सभी लोग क ईमानदार
े
साहिसक पय टन इन िदन बह त लोकि य है, इसिलए इसे यास स, यह आने वाले वष म बह त गित करगा।
े
ाथिमकता क आधार पर िलया जा रहा है। इसम क इंग,
े
े
ै
एयरो पोट् स, पवतारोहण, ऊ ं ट और घुड़सवारी, िक ं ग, भारत क िविवधता येक कार क पय टन को िस
साइिकल चलाना, मछली पकड़ना और नौका िवहार बनाती है। इसी िविवधता क चचा रि कन बॉ ड ने भी क
े
करना शािमल है। राज थान म साहिसक पय टन क पया है। रि कन बॉ ड क श द म , "म यूरोप, एिशया और म य-
े
े
े
े
अवसर ह । सरकार पय टन को बढ़ावा देने क िलए बड़ी पूव क अ य देश म भी गया ह ँ, लेिकन भारत क अलावा
सं या म मेले और उ सव आयोिजत कर रही है। एयर- मुझे, इससे आधी भी िविवधता, अनुभव और मरणीय
े
इंिडया, इंिडयन एयरलाइंस और आईटीडीसी ने ो साहन चीज नह िमली ह । आप ऑ िलया जैसे िवशाल महा ीप
े
े
े
योजनाएं शु क ह । सभी रा य को अपनी पय टक िनवश क एक कोने से दूसर कोने तक क या ा भी कर पाएंग िक
े
े
े
योजना तैयार करने क िलए कहा गया है, िजसक आधार पर सभी ने एक ही तरह क कपड़ पहन रखे ह एवं एक जैसा खाते
े
े
क सरकार रा ीय पयटक िवकास योजना तैयार करती है। ह , एक जैसा ही संगीत सुनते ह । यह रंगिवहीन जैसे िव क
े
यह योजना बताएगी िक पय टक को िकन-िकन सुिवधाओं अ य देश म भी देखन को िमलती है, भले ही वे पूव म ह या
क ज रत है और या- या ो साहन उपल ध कराए जा पि म म, लेिकन भारतवष अपने आप म पूरा िव है"।
े
े
े
सकते ह । सरकार ने पयटन संबंधी सवाओं और सुिवधाओं भारत म पय टन क संभावनाओं क म म भारत क
े
े
क िवकास क िलए िनजी े को िव ीय सहायता दान िविवधतापूण इितहास क भी चचा आव यक है। अपने
े
े
करने क िलए पय टन िव िनगम क थापना क है। नई अ युदय क समय से ही अनेक सा ा य, वंश, शासक का
े
े
5
1
औ ोिगक नीित ने िवदेशी इि वटी क % तक क िनवश रा य भारतवष म रहा, िजसक दौरान समकालीन शासक
े
े
क िलए होटल और पयटन संबंिधत उ ोग को उ च ने अपनी एक िवशेष सं कृित, कला, भाषा आिद का
े
ाथिमकता वाला उ ोग घोिषत िकया है। एनआरआई िवकास िकया। अत: भारत म ऐितहािसक पय टन क भी
िनवश 100 % तक क अनुमित है। अनेक संभावनाएँ िव मान ह ।
े
िवदेश से आने वाली जाितय ने अपनी सं कृित, कला,
े
िन कष िनकालने क िलए हम कह सकते ह िक यह सब
,
पया नह है। वे भावी िवपणन रणनीित सावजिनक और दश न का चार- सार िकया जो िक आज भी यूनािधक
े
े
े
,
,
िनजी े क प म सड़क होटल एयरलाइन सवाओं प म िव मान है। क ु षाण शासक क िस क, गु क मंिदर
े
े
े
जैसी अिधक और बहतर बुिनयादी सुिवधाओं का िनमाण एवं कला, राजपूत कालीन मंिदर, मुगल काल क
े
कर रहे ह । िच कला, मकबर, िकले तथा अं ेज़ी भवन, मारक आज
सां कृ ितक पय टन, तीथा टन पय टन, अवकाश (समु भी िव मान ह तथा ऐितहािसक पय टन का मा यम बन रही
े
तट , िहल टशन और झील पर) और साहिसक पयटन ह । आगरा का ताजमहल, िद ली का लाल िकला व क ु तुब
36