Page 40 - Konkan Garima ank 19
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अंक - 19                                                                                        माच , 2022








            दी जाती है। उसी  कार सहारनपुर एवं लखनऊ उदू  एवं  िवकासशील देश  को िवकिसत देश बनाना है। वत मान

                                                                                                   े
                                      े
            फारसी तथा इ लाम क  िश ा क िलये मह वपूण   थल ह ।     समय म  िविभ न सम याओं से िनपटने क िलए सभी देश

            पय टन वा तव म  उ े यपूण  होता है।  यावसाियक पयटन  एकजुट  होकर  सम या  का  समाधान  करते  ह   यह
            इसी  का   ितफल  है।  िविभ न   यवसाय   क    थानीय  भूम डलीकरण का ही  भाव है।

                                                           े
                                                      ,

                                                                  ै
                                                                                                   े
            िविवधता  यावसाियक पयटन को बढ़ावा देती है जैस-  व ीकरण' श द का अथ  सामािजक प र  य म  'संयोजन'

                                  ,

                                                                                                          े
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                                                                                           ।
            भदोही का कालीन उ ोग िफरोजाबाद का चूड़ी उ ोग,  से है और यह इसी पर बल देता है वै ीकरण' अं जी श द
            कांचीपुरम् व चंदेरी का साड़ी उ ोग उ र  देश का का    लोबलाइजेशन (Globalisation)      का िह दी  पा तरण
                                          ,

                                                                                         े
                                                                 ,


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            कला जयपुर का संगमरमर उ ोग आिद अपनी  थानीय  है िजसका अथ  वतमान प र  य म  स पूण  वि क भूख ड
                                                                                े
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            िवशेषताओं क साथ अपनी ग रमा बनाये ह ए ह । अत:  से है। वै ीकरण क िवचार को लकर िव ान  म  अलग-
                                                                                             े
                                                            े
             यावसाियक पय टन म  असीम संभावनाओं क  तलाश क  अलग मत ह । कोई इसे आिथ क  ि  से समझता है तो कोई

                                                                         ,
             म  म    थानीय  उ ोग   क   वैि क   तर  पर   ॉि डंग  सामािजक राजनीितक  प म  आंकलन करता है। भारतीय
            आव यक है।                                           कथन  'वसुधव  क ु टुंबकम'  को  ही  आज  स पूण   िव
                                                                            ै
             ै
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            व ीकरण क इस दौर म  जबिक संपूण  िव  क  भौगोिलक  वै ीकरण के  मा यम से च रताथ  कर रहा है।
                                                                                                             ह
            दरी कम  तीत होने लगी है, पय टन क िविभ न आयाम  म    पय टन  यापार से हमार देश को िवदेशी मु ा  ा  होते  जो
                                           े
                                                                                   े
             ू

             गित क  संभावनाएं पया   प से िव मान ह ई ह । आज  िक देश क िलए बेहद फायदेमंद है। पय टन क कारण लोग
                                                                        े
                                                                                                     े
                                           ै
            आव यकता है िक  थानीयता को वि क प र  य िदया  म   िह मत,  रोमांच  और  मनोरंजन  का  संचार  होता  है।
                                                                                          े
            जाए तथा िविवधता का लाभ उठाते ह ए पयटन क  असीम  इसिलए पय टन का अपना िवशष मह व है।

                                                                                                       े
            संभावनाओं को समृ  बनाया जाए।                        पय टन िकसी भी देश क  आिथ क  यव था क िलए आय
                                                 े

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            पय टन क वजह से  कई सं कृितय  क बार म  जानने को  का एक बह त मह वपूण   ोत होता है। पयटन  थल ऐसे
                           ह
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                                                       े
                                                                                            े
            िमलता है। या ा क समय कई  थानीय लोग   साथ       थल होते ह  जहाँ लोग घूमने क िलए जाते ह । िविभ न
                                                     क
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                                                                              े
                                               े
              ब   होने क मौका िमलता है। पयटन क कारण लोगो म    थल  पर घुमन से     न कवल लोग  का मनोरंजन होता है
            िह मत , रोमांच और मनोरंजन का संचार होता है। लोग  बि क वे अपने व दूसर देश म  घूमने गए ह   या वहां क
                                                                                    े
            ख़ुशी क साथ  हर  थल को जानते है और उनक िवषय म   अथ  यव था म  योगदान देते ह  ?
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             ान अिज त करते है।                                  िपछले दो साल का कोिवड् -  क आगमन से यह देख कर
                          े

                                 े
             यह माल और सवाओं क अंतरा  ीय आंदोलन से संदभ   आभास ह आ िक पूरा िव  एक गंभीर हालत से गुजर रहा
                             ै
            है। जबिक आिथ क व ीकरण ने िवकासशील देश  म  आय  है। अभी तक ये गंभीर हालत सुधारने क  कोिशश म  पूरा

            और आिथक िवकास म  वृि  क  है और िवकिसत देश  म   िव  लगा है। हम  यक न है िक हम इससे भी पार पाएंगे  ।
            उपभो ा मू य म  कमी आई है, यह िवकासशील और  और िफरसे एक नए भारत का उदय होगा।
                                                                                       ,

                         े
            िवकिसत देश  क बीच शि  संतुलन को भी बदलता है।                      एक भारत समृ  भारत।
                                                  ै
             ै
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            व ीकरण क उ े य आिथ क समानता       - व ीकरण का                           जय िह द।
             मुख  उ े य  आिथ क  असमानता  को  दूर  करते  ह ए
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