Page 11 - Konkan Garima 17th Ebook
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अक - 17                                                                                          माच , 2021
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               उपादय े  िस  ह ई । अ  ं ेजी म  िपटमै स  णाली का ही िवशेष   काया लय  बध ं न या मॉडन  ऑिफस मैनेजम ट) क े   प म
                                                                                                         ू
                                                                                      ु
                चलन है ।                                            उपल ध है। इसम  आशिलिप क े  अलावा क  यटर, टंकण एव  ं
               यह सव मा य स य है िक आशिलिप का अिव कार सव  थम        लेखा (Account) से सब ं ि ं धत कोस  करवाये जाते ह  ।
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               अ  ं ेजी म  ह आ। अ य दश े   तथा अ य भाषा-भाषी लोग  म  इसे   ·  भारतीय  तकनीक   स  ं थान   -  औ ोिगक   िश ण
               यथावत  वीकार िकया है। जैसे महारा   म  िलमये आशिलिप   स  ं थाओ ं (आई.टी.आई), िनजी टंकण स  ं थाओ ं म  भी यह
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                चिलत  है।  भारत  सरकार  राजभाषा  िवभाग  क   “मानक”   कोस  करवाया जाता है। िजसक  अविध 1 वष  क  होती है। इसम
                                                                        ु
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               आशिलिप  णाली आिव कत ह ई, जो आज दश े  म  अ यत ं       आशिलिप क े  अलावा अ य सहायक िवषय एव  ंटंकण कोस  भी
                                                                          ू
               लोकि य है, लेिकन इसका  ेय सर इजाक िपटमैन को जाता है   मह वपण  होते ह  । इन स  ं थाओ ं म  100 एव  ं 80 श द  ित
                                                                                       ँ
                य िक िहद ं ी क  अिधकांश वत मान  णािलयां भी िपटमैन   िमनट क  गित से परी ाए  (G.C.C.)  ारा ली जाती है ।
                                                                                  ु
                णाली पर ही आधा रत है ।                               टेनो ाफर (आशिलिपक) बनने क े  िलए 100 श द  ित िमनट
               िहद ं ी  वरालेखन आिथ क  ि  से लाभजनक न होने तथा      क  गित उ ीण  करना आव यक होता है।  टेनो ाफर का पद
               ि िटश भारत म  िहद ं ी का मह वपण   थान, सरकारी काया लय    हर  रा य   क े   शासक य  काया लय   म ,  मं ालय   म ,  रल े वे
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               म  न होने क े  कारण  वरालेखन क े  अ वेषण क े  िवषय म   यास   िवभाग  म  होते ह  । हर साल  टेनो ाफर  क  भत  से सब ं ि ं धत

                                                                                                       ु
               अपे ाकत काफ  िवलंब से ह आ। िक ं त िफर भी  वरालेखन क े    िव ापन पया   मा ा म  िनकलते ह  । एक कशल  टेनो ाफर
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               आिव कार क े  िलये यदाकदा  य न होते रहे।  वाधीनता  ाि    बनने क े  िलए उसे उस िवषय क  भाषा का  याकरण का  ान
               क े  िलये िकए जानेवाले आद ं ोलन  क े  समय, िहद ं ी म  ह ए नेताओ ं  होना  अ य त  आव यक  है  ।   टेनो ाफर  पर  अपने
               क े  भाषण  को ि िटश भारत क  सरकार नोट कराती थी,      काया लय/स  ं था क े  गोपनीय  रकाड  को सभ ं ालने का दािय व
               िजससे वह सरकार क े  िव    कट िकए गये आपि जनक         रहता है। यह अपने अिधकारी क े   ित िव सनीय पद है, इस पद
                                                                                              ु
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               िवचार  क े  िलए नेताओ ंको उ रदायी ठहरा सक े  । उस समय   पर काम करना एक ग रमापण  व चनौतीपण  काय  है ।
               अ  ं ेजी क े  िपटमैन शाट ह ड क े  ही आधार पर, अ यास क े  बल   आज का समाज बह त ही ती गित से  गित क े  उ चतम
               पर, भाषण  क े  नोट िलए जाते थे, िक ं त साथ ही िहद ं ी क े    सोपान  क  ओर बढ़ रहा है,  यि य  क े  जीवन म   य तताय
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                वरालेखन क  न व पड़ गई थी ।                           िनरत ं र बढ़ती ही जा रही ह  । फलतः  यि  और समाज को
                टेनो ाफर एक पेशा है जो अ  ं ेजी या िकसी अ य  े ीय भाषा   यो य सहयोिगय  क  आव यकता अनभत होती जा रही है।
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               को कोिडत भाषा म  आशिलिप (Shorthand) क े   प म  जाना   वत मान म  सग ं णक एव  ं मोबाईल म  कट-पे ट जैसे आसान
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               जाता है और िफर उसे मल भाषा म  िफर से दोहराता है जो िक   तरीक े  अपनाना समाज को भारी पसद ं  है, लेिकन यह अब जो
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                                                                                       ु
               200 श द  ित िमनट क े   प म  तेज़ है। यह एकमा  पेशा है जो   लोग पहले  याकरण से जड़े ह , उ ह ने िकया ह आ काम पर चल
                                                                                          ू
                ौ ोिगक  क े  आगमन से कम से कम  भािवत होता है ।      रहा है । लेिकन भिव य म  मल  याकरण का यो य  प जानने
                                                                                         ु
               हर जगह उस  थान पर  टेनो ाफर आव यक है सभी  े   म      वाले यािन भाषाई एव  ं आशिलिपक  क  स  ं या कम होने लगी
                टेनो ाफर  क   उ च  मांग  है,  यह  अदालत ,   ेस  बैठक   ,   तो  काया लय   क े   काम-काज  म   बह त  असर  होगा।  आज
                                                                                         ु
               सरकारी काया लय , कॉप रट े  हाउस म  सीईओ क े  सिचव या   किठनाई क  वजह से आशिलिप म   िच लेना कोई पसद ं  नह
                                                                                      ु
               सहायक  क े   प म , िचिक सक , राजनीित   जैसे उ च      करता है, लेिकन आशिलिप सीखने को बढ़ावा दन े े का समय
                                                                        ू
                ोफ़ाइल वाले लोग  क े  िनजी सिचव  क े   प म  हो सकता है ।  आ चका है ।
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               एक  टेनो ाफर बनने क े  िलए वा तव म  समिप त और मेहनती    अत ं तः म  यह कहना चाहती ह   ं िक आशिलिप समाज क े  नव
               होना चािहए। एक  टेनो ाफर क  नौकरी अ  ं ेजी और कछ  ु  जवान  क े  िलए एक बेहतर भिव य है, िसफ    इसे अपनाने क
                                                                                   ु
               अ य  े ीय भाषा पर अ छे कमान क े  साथ शॉट ह ड क े  गहन   आव यकता है । मझे आशा है और िव ास है िक भारतीय
                ान क  मांग करती है, िजसम  कोई भी काम करना चाहता है ।  जनता आज  नह  तो कल  अपनी िलिप क े  ऐितहािसक मह व
                                                                          ु
               शाट है ड (आशिलिप) का कोस  शासक य स  ं थाओ ंम  जैसे   का अनभव करग े ी ।
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               ·  पॉिलटेि नक  कॉलेज   म   एम. ओ. एम  ( आधिनक
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