Page 39 - Konkan Garima 17th Ebook
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अक - 17 माच , 2021
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कनाटक क नयनर य थल - पयटन
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- राजेश देसाई
वािण य पय वे क, बेलापर ु
अपने िव तत भगोल एव ं ल बे इितहास क े कारण कना टक म िस पा रि थित क पय टन थल ह िजनम क ेमख, ु
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बड़ी स ं या म पय टन आकष ण भर े ह ए ह । रा य म जहां एक मिडक े री तथा अग बे आते ह । रा य म 22 व य जीवन
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ओर ाचीन िश पकला से प रपण मंिदर ह तो वह दसरी तरफ अभयार य एव ं 5 रा ीय उ ान ह । इनम से कछ िस ह :
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आधिनक नगर भी ह , जहां एक ओर नैसिग क पव त मालाए ंह तो बांदीपर रा ीय उ ान, बनेरघाटा रा ीय उ ान एव ं
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वह अना वेिषत वन सप ं दा भी है और जहां य त यावसाियक नागरहोल रा ीय उ ान।
काय कलाप म उलझे शहरी माग ह , वह दसरी ओर ल बे
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सनहर े रत े ीले एव ं शांत सागरतट भी ह । कना टक रा य को
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भारत क े रा य म सबसे चिलत पय टन गत ं य क सची म
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चौथा थान िमला है। रा य म उ र दश े क े बाद सबसे
अिधक रा ीय सर ं ि त उ ान एव ंवन ह , िजनक े साथ ही यहां
रा य परात व एव ं स ं हालय िनदश े ालय ारा सर ं ि त 752
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मारक भी ह । इनक े अलावा अ य 25000 मारक भी सर ं ण
ा करने क सची म ह ।
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बांदीपर राि य उ ान
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बांदीपर रा ीय उ ान- दि ण भारत क े कना टक रा य म
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ि थत है। यह ोजे ट टाइगर क े तहत सन 1974 म एक टाइगर
रज़व क े प म थािपत िकया गया था। एक समय यह मैसर ू
रा य क े महाराजा क िनजी आरि त िशकारगाह थी। बांदीपर ु
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अपने व य जीवन क े िलए िस है और यहा कई कार क े
बायोम ह , लेिकन इनम श क पण पाती मख है। भारत क े
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ल ाय व य जीवन क कई जाितय का सर ं ण थल है।
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बांदीपर चामराज नगर िजले क े ग दल पेट तालक े म ि थत है।
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बाजीपर का गोल ग बज यह मैसर शहर से 80 िकलोमीटर क दरी पर एक मख पय टन
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बीजापर क े स तान मह मद आिदल शाह का मकबरा है और थल ऊटी जाने क े माग पर ि थत है। इसक वजह से बह त से
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इसका िनमा ण फ़ारसी वा तकार ने करवाया था। मकबर े क े पय टन यातायात बांदीपर से होकर गज़रते ह ।
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म य हॉल क े भीतर चार ओर सीिढ़य से िघरा ह आ एक
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चौकोर चबतरा है। इस चबतर े क े म य एक क का प थर है,
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िजसक े नीचे इसक असल क बनी है। आिदलशाही वश ं क े
मकबर म ये इस कार का एकमा उदाहरण है। मकबर े क े
ग बद क े आ त रक प रिध पर एक गोलाकार गिलयारा बना
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ह आ है, िजसे अ ं ेज़ ने "ि ह प रग ं गैलरी" नाम िदया है। इस
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गिलयार े क े िनमा ण म य विन-िव ान क े वा त म
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सि मलन होने क े कारण यहां धीमे से फ़ फ़साया ह आ एक
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बादामी गफा मंिदर
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श द भी इसक े यास क े ठीक दसरी ओर एकदम प सनाई
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कना टक क े उ री भाग म बागलकोट िजले क े एक शहर बादामी
दत े ा है।
म ि थत िहद ं और जैन गफा मंिदर का एक प रसर है। गफाओ ं
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कना टक क े पि मी घाट म आने वाले तथा दि णी िजल म
को भारतीय च ान को काटकर बनाने क वा तकला का
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