माननीय रेल मंत्री, श्री सुरेश प्रभु और श्री देवेंद्र फडणवीस, माननीय मुख्यमंत्री, महाराष्ट्र की उपस्थिति में चिपलून से कराड तक नई रेलवे लाइन के निर्माण कार्य के लिए मैसर्स शापूर्जी पालोंजी को.प्रा.लि. (एस.पी.सी.पी.एल.) के साथ कोंकण रेलवे का समझौता ज्ञापन प
14 अगस्त, 2016
माननीय रेल मंत्री, श्री सुरेश प्रभु जी के नेतृत्व में यह प्रस्ताव रेल मंत्रालय और महाराष्ट्र सरकार की संयुक्त सोच थी और आखिरकार कोंकण रेलवे के पी.पी.पी. भागीदार के रूप में शापूर्जी पालोंजी कॉर्पोरेशन (एस.पी.सी.एल.) के सहयोग से इसका प्रमाणिकरण हुआ है।
चिपलून से कराड को रेल द्वारा कनेक्ट करने का प्रस्ताव है जिससे महाराष्ट्र के आंतरिक इलाकों के लिए पोर्ट कनेक्टिविटी की सुविधा होगी। इस नई परियोजना के लिए चिपलून से कराड तक 103 किलोमीटर लंबी रेलवे लाइन का निर्माण किया जाएगा। महाराष्ट्र सरकार ने कोंकण तट अर्थात रेवास, दिघी, जयगड, आंग्रे, विजयदुर्ग, रेडी को बढ़ावा देने के उद्देश्य से समुद्री बंदरगाहों का विकास कार्य भी शुरु कर दिया है तथा इन बंदरगाहों से एक्जिम कार्गो के त्वरित निकासी के लिए नए रेल लाइन की सुविधा होगी। इससे यह क्षेत्र उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए सहायक होगा, जिससे रोजगार की संभावनाएं बढ़ेगी।
यह नई रेल लाइन कच्चे माल तथा तैयार उत्पाद के आसान और किफायती मूवमेंट के लिए पश्चिम महाराष्ट्र और कोंकण क्षेत्र के समग्र विकास में सहायक होगी इसके अतिरिक्त वर्तमान में इस संबंध में इन दोनों क्षेत्रों के लोगों को सुविधाजनक परिवहन की सुविधा उपलब्ध होगी। इसके अलावा, बंदरगाह के माध्यम से यातायात और रेलवे लाइन से जुड़े इन क्षेत्रों का तेजी से विकास होगा।
इस लाइन के निर्माण अवधि के दौरान प्रति वर्ष लगभग 5,000 प्रत्यक्ष तथा अप्रत्यक्ष रुप से कई गुना अधिक रोजगार के अवसर निर्माण होगें। माध्यमिक स्तर पर क्षेत्रीय विकास, रोजगार के अवसरों को बढ़ायेगा तथा क्षेत्र का समग्र विकास दूर तक फैलेगा। भारत के मेरिटाइम एजेंडा 2020 के अनुसार, पोर्ट कार्गो मूवमेंट तीन गुना (फोल्ड) बढ़ने की उम्मीद है। मेरीटाइम एजेंडा 2020 के लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए दूरदराज के इलाकों को बंदरगाहों से जोडने वाली इस तरह की रेल परियोजना सुविधाजनक होगी। यह भीतरी कनेक्टिविटी माननीय प्रधानमंत्री द्वारा शुरू की गई "सागरमाला" परियोजना गतिविधि को भी प्रोत्साहित करेगी।
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यह परियोजना रेलवे मंत्रालय द्वारा प्रख्यापित सहभागी नीति के अनुसार पूरी की जाएगी। नीति को विभिन्न मॅाडल प्राप्त हुए हैं तथा इस परियोजना को सार्वजनिक निजी भागीदारी (पी.पी.पी.) मॉडल में लिया जाना प्रस्तावित है, जो सरकारी और निजी दोनों भागीदारों के लिए होगा। इसलिए, सार्वजनिक निजी भागीदारी (पीपीपी) परियोजना के अंतर्गत चिपलून तथा कराड के बीच नई रेलवे लाइन के निर्माण के लिए कोंकण रेलवे के साथ एस.पी.वी. को समाविष्ट करने के लिए निजी भागीदार के रुप में मैसर्स शापूर्जी पालोंजी का चयन किया गया है। यह परियोजना 5 वर्षों में पूरी होने की उम्मीद है। निर्माण की अनुमानित लागत 3195.60 करोड़ रुपए है तथा कोंकण रेलवे (भारतीय रेल) से प्रस्तावित एस.पी.वी. में इक्विटी के 26% शेयर किया जाएगा जबकि मैसर्स शापूर्जी पालोंजी को.प्रा.लि. से सार्वजनिक निजी भागीदारी (पीपीपी) के जरिए परियोजना इक्विटी के 74% के लिए प्रतिबद्ध है। चिपलून – कराड रेल कनेक्टिविटी की मुख्य विशेषताएं संलग्न हैं।
तद्नुसार, आज दिनांक 14 अगस्त, 2016 को श्री देवेंद्र फडणवीस, माननीय मुख्यमंत्री, महाराष्ट्र, श्री सुरेश प्रभु, माननीय रेल मंत्री, श्री अनंत गीते, माननीय मंत्री, भारी उद्योग और सार्वजनिक उपक्रम तथा अन्य महत्वपूर्ण गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में समझौता ज्ञापन पर श्री संजय गुप्ता, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक / कोंकण रेलवे तथा श्री एस. मुकुंदन, प्रबंध निदेशक / शापूर्जी पालोंजी को.प्रा.लि. (एस.पी.सी.पी.एल.) द्वारा हस्ताक्षर किए गए हैं।
इसमें किसी प्रकार का संदेह नहीं है कि माननीय प्रधानमंत्री, श्री नरेंद्र मोदी और माननीय रेल मंत्री, श्री सुरेश प्रभु जी के साथ श्री देवेंद्र फडणवीस, माननीय मुख्यमंत्री, महाराष्ट्र के मार्गदर्शन और प्रेरणा के तहत विशेष रुप से कोंकण क्षेत्र और और आम तौर पर राष्ट्र भी इन विकासात्मक गतिविधियों के साथ निश्चित रूप से समृद्ध तथा कई अधिक संपन्न होगा।