कोंकण रेल्वे द्वारा 15 अक्टोबर 2016 को 26वे स्थापना दिवस समारोह का आयोजन
कोंकण रेलवे मुंबई और मैंगलुरु के बीच एक महत्वपूर्ण कड़ी है जो पश्चिमी तट के पहाड़ों से होकर 741 किमी की दूरी चार राज्यों महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक और केरल तक फैली हुई है I इस पूरे खंड में बहुत ही अनुठे और खूबसूरत क्षेत्र शामिल है, जिसे कोंकण रेलवे द्वारा पार किया गया है और इसीलिए इसे उत्क्रष्ठ इंजीनियरिंग कार्य के रूप में पहचान प्राप्त है। 1990 में शुरु होने वाले निर्माण चरण के दौरान से इसका कार्य कठिन और चुनौतीपूर्ण रहा है। इस साल कोंकण रेलवे द 15अक्टूबर 2016 को अपने 26वें स्थापना दिन को मना रही हैI
कोंकण रेलवे ने अपने परिचालन के दौरान, पहले ही दिन से परिचालन अधिशेष का अर्जित किया है। कोंकण रेलवे ने वित्तीय वर्ष 2014-15 के दौरान शुद्ध लाभ रुपए 39.39 करोड़ की तुलना मे वित्तीय वर्ष 2015-16 के दौरान, रुपए 129.5 करोड़ का शुद्ध लाभ हासिल किया है। परियोजना राजस्व ने वित्तीय वर्ष 2015-16 के दौरान रुपए 526 करोड़ की सुधार की प्रवृत्ति को भी दिखाया है वित्तीय वर्ष 2014-15 की तुलना में जो रुपए350 करोड़ था। वित्तीय वर्ष 2016-17 में भी सुधार यह ऊपर की ओर बढ़ रहा है। वित्तीय वर्ष 2016-17 के लिए भारतीय रेलवे और कोंकण रेलवे के बीच समझौता ज्ञापन31.08.2016 को हस्ताक्षर किए गए।
तीन नई गाड़ियां शुरू की गई हैं, अर्थात गणपति महोत्सव 2016 के दौरान ह. नीजामुद्दीन-गोवा (द्वि-साप्ताहिक) राजधानी एक्सप्रेस, मडगांव-एलटीटी डबल डेकर (त्रिसाप्ताहिक) और इंदौर-कोचुवेली (साप्ताहिक) एक्सप्रेस और 240 गणपति विशेष गाड़ियां कोंकण रेल मार्ग पर चलाई गयी ।
दिनांक 25.03.2016 को माननीय रेल मंत्री श्री सुरेश प्रभु जी द्वारा वेरावली नए हॉल्ट स्थानक का उद्घाटन किया गया।
दिनांक 20.08.2016 को में माननीय रेल मंत्री श्री सुरेश प्रभु जी द्वारा मालवण डाकघर में नई यात्री आरक्षण प्रणाली का उद्घाटन किया गयाI
हमारे महत्वपूर्ण ग्राहकों की यात्रा को अधिक उपयोगकर्ता-अनुकूल बनाने के लिए, रत्नागिरी स्थानक पर 'ट्रैवेलेटर' और मडगाँव और उडुपी स्थानकों पर 'एस्केलेटर' प्रणाली को चालू किया गया।
कोंकण रेल स्थानकों पर 04 नए एटीएम प्रणाली को शुरू किया गया। सत्रह स्थानकों पर सीसीटीवी वीडियो निगरानी प्रणाली भी स्थापित की गई।
विभिन्न स्थानकों पर 86 नोड मॉड्यूलर शेल्टर और 344 बेंचों को उपलब्ध कराया गया।
पर्यावरण के अनुकूल तरीके से मानव निर्मित कचरे के निपटान के लिए एक अभिनव प्रौद्योगिकी के रूप में तीन स्थानकों पर जैव-शौचालय लगाए गए हैं।
स्थानक उन्नयन कार्य कणकवली, कुडाल और सावंतवाड़ी टर्मिनस -चरण -1 में पूरा हो गया है और चिपलून एवं सावंतवाड़ी टर्मिनस चरण- II में काम प्रगति पर है।
माननीय श्री सुरेश प्रभु, रेल मंत्री और महाराष्ट्र के माननीय मुख्य मंत्री श्री देवेंद्र फड़नवीस की उपस्थिति में दिनांक 12.08.2016 को कोंकण रेलवे द्वारा शापूरजी पैलोनजी कंपनी प्राइवेट लि। (एसपीसीपीएल), के साथ चिपलून से कराड तक नई रेलवे लाइन के निर्माण के लिए करार किया गया।
जॉर्ज फर्नांडीस इंस्टीट्यूट ऑफ टनल टेक्नोलॉजी का उद्घाटन 23 अक्टूबर 2015 को गोवा में माननीय रेल मंत्री श्री सुरेश प्रभु, द्वारा किया गया इस संस्थान में तीन पाठ्यक्रम आयोजित किए गए थे जिसमें 48 लोगों को प्रशिक्षित किया गया था। 16 दिसंबर, 2015 को उडुपि में कौशल विकास के लिए रामकृष्ण हेगडे संस्थान शुरू हुआ जिसमें 460 स्थानीय युवाओं को प्रशिक्षित किया गया।
मडगाँव स्थानक पर अतिरिक्त ट्रैफिक सुविधा, दूसरी पिट लाइन की तरह नए कोच रखरखाव शेड प्रदान किया गया है।
माननीय श्री सुरेश प्रभु, रेल मंत्री द्वारा राजापूर और वैभववाडी के बीच खारेपाटण , अरावली रोड और संगमेश्वर के बीच कडवई उडुपि और पडूबिद्रि के बीच इन्नजे , गोकर्ण और कुमटा स्थानकों के बीच मिर्जान, वैभववाड़ी-नांदगाँव स्थानकों के बीच अर्चिणे , दीवाणखवटी और खेड के बीच कलाबानी , वर्तमान में माणगांव और वीर के बीच गोरेगाव रोड और सौंदल (हॉल्ट स्टेशन) का उद्घाटन किया।
स्वच्छ ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए अपने प्रयासों को जारी रखते हुए, निगम ने कुडाल स्थानक पर 25 किलोवाट सौर ऊर्जा संयंत्रों के सौर ऊर्जा संयंत्र, सावंतवाड़ी में 20 किलोवाट सौर ऊर्जा संयंत्र, थिविम और उडुपि में प्रत्येक 7 किलोवाट बिजली संयंत्र, खेड, चिपलुन और कणकवली स्थानक पर प्रत्येकी 2kwp और दो डिब्बों के छत पर 9.5 kwp के सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित किये गए । चिपलून और कणकवली में 25 kwp सौर ऊर्जा संयंत्रों के लिए काम चल रहा है।
वर्ष 2015-16 में, 729 कर्मचारियों को पदोन्नत किया गया , जिनमें से 37 को अधिकारियों के रूप में पदोन्नत किया गया। 7 वें वेतन आयोग और वीआरएस लागू किया गया है। महिला कर्मचारियों की शिकायतों के त्वरित निपटारे के लिए मार्च 2016 में सार्वजनिक क्षेत्र में महिलाएं (WIPS) सेल को दिशा पर लाइव किया गया। विभिन्न श्रेणियों में कर्मचारियों को हाउस कीपिंग व्यवस्था, कंप्यूटर साक्षरता और व्यक्तित्व विकास में प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
कोंकण रेलवे ने विभिन्न स्वच्छता अभियान में सक्रिय रूप से भाग लिया है, जो देशव्यापी स्वच्छता अभियान स्वच्छ रेल-स्वच्छ भारत का एक हिस्सा है। स्थानक और गाड़ियों की सफाई में सुधार के लिए विशेष जोर दिया गया है। इसके अलावा, पीने के पानी की गुणवत्ता, सफाई आश्रय, नालियों की सफाई, डस्टबिन की पर्याप्तता आदि पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इन अभियानों के दौरान सभी स्थानकों पर गहन सफाई गतिविधि की तरफ ध्यान दिया है।
इस विशेष अभियान के दौरान, निगम ने अप्रैल से सितंबर 2016 के दौरान 1,04,000 पौध लगाए हैं और विभिन्न क्षमता के सौर ऊर्जा संयंत्र को कोंकण रेलवे मार्ग पर विभिन्न स्थानों पर स्थापित किया है।
कोंकण मार्ग पर भविष्य मे आने वाले रेल कनेक्टिविटी / इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट:
- रोहा-वीर खंड की दोहरीकरण का कार्य प्रगति पर है।
- कोंकण रेलवे का विद्युतीकरण कार्य शीघ्र ही शुरू होगा।
- जयगढ़ डिग्नि रेल लिंक - भूमि की खरीद का काम प्रगति पर है और काम जल्द ही शुरू होने की संभावना है।
- दिनांक 19.06.2016 को बाल्ली, गोवा (मल्टी मोडल लॉजिस्टिक्स पार्क) में आईसीडी के लिए कॉनकोर के साथ MOU पर हस्ताक्षर किये गए
- एमआरपीएल मंगलुरू के लिए माल साइडिंग का निर्माण कार्य प्रगति पर है।
राजभाषा के प्रचार प्रसार में सक्रिय भूमिका को ध्यान में रखते हुए, वर्ष 2016 में कोंकण को कीर्ति पुरस्कार से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार महामहिम राष्ट्रपति जी से प्राप्त किया गया।