तेजस एक्सप्रेस - पर्यटकों के लिए एक अविस्मरणीय सुखमय यात्रा
कोंकण रेलवे गोवा के खूबसूरत समुद्र तटों पर मौजूदा पर्यटन स्थलों के समग्र विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। इसने भारतीय पर्यटन के लिए नए आयाम खोले हैं और पश्चिमी तट पर पर्यटकों को उनकी रुचि के स्थानों में जाने के लिए अब बेहतर पहुंच मार्ग खोले हैं। पर्यटकों को अपनी सीमित छुट्टियों में कोंकण रेलवे पर पर्यटन के क्षेत्र में घाटियां या पहाड़ों से गुजरते हुए गाड़ी से सफर करने के लिए और अधिक आनंद उठाने की इच्छा होती है। पश्चिम तट पर भूमि और समुद्र दोनों में ऐतिहासिक किले, विभिन्न प्रकार के हिल स्टेशन, समुद्र तट पर नयनरम्य सूर्यास्त, तीर्थ स्थानों, मन को लुभाने वाली हरियाली स्थित है। इस कोंकण क्षेत्र की हरियाली मन को उत्साहित करती है। अरब सागर के तट आपको पहली नजर में ही प्रेम का अनुभव कराते हैं।
वेंगुर्ला के घने नारियल के पेड़ों के बीच सफेद रेत पर काजू, कटहल और आम के बगीचों में सैर करना यात्रियों को तनावमुक्त करते हैं। शिवाजी के सिंधुदुर्ग या मुरुड-जंजिरा गांव की तली हुई मछली मन प्रसन्न कर देती है।
साहसी पर्यटक समुद्री जीवों को देखने के लिए तारकरली के स्वच्छ जल में वॉटर स्कूटर या स्नोर्केल का लुफ्त उठाते हैं। महाराष्ट्र के समुद्र तट पर स्थित तीर्थ-स्थलों में हरियालीयुक्त गणपतिपुले और श्रीवर्धन की उत्कृष्ट प्रतिकृति उन लोगों के लिए जो समुद्र के निसर्गरम्य तालबध्द वातावरण में आध्यात्मिकता का आनंद प्राप्त करना चाहते हैं। इन निसर्गरम्य स्थलों तथा स्वादिष्ट कोंकणी व्यंजनों का आनंद उठा सकते हैं।
भारतीय रेलवे ने इन निसर्गरम्य स्थलों तक पहुंचने के लिए कोंकण रेलवे के माध्यम से बहुत आरामदायी और शानदार यात्रा का अनुभव कराने के लिए तेजस एक्सप्रेस प्रारंभ की है जो आपका सफर अविस्मरणीय बनाता है।
कोंकण क्षेत्र पर पर्यटन विकास को बढ़ावा देने के लिए माननीय रेल मंत्री, श्री सुरेश प्रभु जी ने भारत की पहली पूर्ण ए.सी. आरामदायी "तेजस एक्सप्रेस" नामक गाड़ी शुरू करने का निर्णय लिया है। इस सुविधाजनक गाड़ी में अत्याधुनिक ऑन-बोर्ड सुविधाएं जैसे एल.ई.डी.टी.वी. के साथ तटीय कोंकण की प्राकृतिक सुंदरता का आनंद उठाने के लिए बड़े खिड़कियां उपलब्ध करायी गई हैं।
"तेजस एक्सप्रेस" गैर-मॉनसून अवधि के दौरान मुंबई और करमली (गोवा) के बीच सप्ताह में पांच दिन (मंगलवार, बुधवार, शुक्रवार, शनिवार और रविवार) और मानसून के दौरान 10 जून से 31 अक्तूबर तक सप्ताह में तीन दिन (सोमवार, बुधवार और शनिवार) तक चलाई जाती है। मानसून के दौरान मुंबई से यह गाड़ी सुबह 05:00 बजे प्रस्थान करती है और करमली 15:30बजे तक पहुंचती है। गैर-मॉनसून के दौरान यह गाड़ी करमली 13:30बजे तक पहुंचती है। यह गाड़ी दादर, ठाणे, पनवेल, रत्नागिरी और कुडाल इन निर्धारित स्टेशनों पर रुकेगी।
कोंकण रेलवे इस अनूठी सुविधा का लाभ उठाने के लिए सभी को अपील करती है।