विझीनजम सीपोर्ट रेलवे लाइन परियोजना के निर्माण के लिए विझीनजम इंटरनेशनल सीपोर्ट लिमिटेड के साथ समझौते पर हस्ताक्षर।
कोंकण रेलवे कॉर्पोरेशन लिमिटेड (के.आर.सी.एल) ने 'देव भूमि' केरल में अपनी पहली निर्माण परियोजना हासिल की है ।विझीनजम अंतरराष्ट्रीय बंदरगाह के साथ राष्ट्रीय रेलवे लाइन को जोड़ने हेतु कंपनी ने केरल सरकार के उपक्रम के तहत विझीनजम अंतरराष्ट्रीय बंदरगाह निगम (वी.आई.एस.एल) के साथ एक विस्तृत परियोजना रिपोर्ट सह निर्माण अनुबंध पर हस्ताक्षर किए। इस परियोजना में लगभग 12 किलोमीटर रेलवे लाइन का निर्माण करना अपेक्षित है तथा तिरुवनंतपुरम के दक्षिण में स्थित बलरामपुरम स्टेशन और बंदरगाह को जोड़ने की योजना है।
कुल 12 किलोमीटर ट्रैक में से 8 किलोमीटर रेलवे लाइन सुरंगों से गुजरती है ।इस परियोजना के लिए भूमि लागत को छोड़कर अनुमानित लागत 555 करोड़ रु.है । सुरंगों और रेलवे परियोजनाओं के निर्माण कार्य को पूरा करने का रिकार्ड देखते हुए 08 फरवरी, 2018 को जी.ओ. (आर.टी.) नंबर 95/2018/ एफ.एंड पीडी. के जरिए, वी.आई.एस.एल. के तहत रेलवे लाइन निर्माण परियोजना कार्य कोंकण रेलवे कॉर्पोरेशन लिमिटेड को सौंपा गया है। दि.20.02.2018 को मुख्यमंत्री कार्यालय में आयोजित समारोह में केरल के माननीय मुख्यमंत्री श्री पिनाराई विजयन और माननीय बंदरगाह मंत्री श्री काडानपल्ली रामचंद्रन की उपस्थिति में डॉ. जयकुमार, वी.आई.एस.एल. के एम.डी.एवं सी.ई.ओ. और श्री संजय गुप्ता, कोंकण रेलवे कॉर्पोरेशन लिमिटेड के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक ने अनुबंध पर हस्ताक्षर किए।
संयोग से,1 फरवरी, 2018 को केरल रेल विकास कॉर्पोरेशन लिमिटेड (के.आर.डी.सी.एल) की ओर से कोंकण रेलवे कॉर्पोरेशन लिमिटेड को तलश्शेरी से मैसूर वाया मनंथवाड़ी नई बी.जी. रेलवे लाइन निर्माण के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करने के लिए आदेश प्राप्त हुआ।
कोंकण रेलवे के इक्विटी शेयरों में अन्य राज्य सरकारों जैसे महाराष्ट्र - 22%, कर्नाटक - 15% और गोवा -6% के साथ केरल सरकार की धारिता 6% है । कोंकण रेलवे कॉर्पोरेशन लिमिटेड पूरी तरह से भारत सरकार और चार राज्य सरकारों के स्वामित्व में है।