कोंकण रेलवे का 29वां स्थापना दिवस समारोह
कोंकण रेलवे के लिए 15 अक्तूबर एक महत्वपूर्ण दिन है और इस दिन को ही कोंकण रेलवे इस वर्ष भी अपना 29वां स्थापना दिवस मना रही है। इस दिन अविश्वसनीय कोंकण को शेष भारत से जोड़ने के लिए सबसे चुनौतीपूर्ण परियोजना को वास्तविकता में कार्यान्वित किया गया।
माननीय रेल मंत्री श्री पीयूष गोयल कोंकण रेलवे के लिए हमेशा प्रेरणा स्रोत और मार्गदर्शक बने हैं। कोंकण रेलवे हमेशा अपने ग्राहक संतुष्टि के लक्ष्य और उद्देश्यों को प्राप्त करने के साथ-साथ यात्रियों को आरामदायी, सुरक्षित और संरक्षित सेवा प्रदान करने में आग्रेसर रही है।
माननीय रेल मंत्री यात्रियों की संतुष्टि के लिए उच्चतम गुणवत्ता के साथ बेहतर रेलवे सेवाएं प्रदान कराने में जुटे हैं। कोंकण रेलवे ने अपने निरंतर प्रयासों और समर्पित दृष्टिकोण से यात्रियों को बेहतर सुख-सुविधाएं प्रदान करने हेतु विभिन्न पहल की हैं। यात्री संतुष्टि के लिए बेहतर बुनियादी और गुणवत्तापूर्ण सेवाएं महत्वपूर्ण है। माननीय रेल मंत्री श्री पीयूष गोयल रेल यात्रियों की सुख- सुविधाएं बेहतर बनाने के लिए विभिन्न पहल कर रहे हैं।
स्टेशनों, गाड़ियों, शौचालय ब्लॉक और रेलवे परिसर में स्वच्छता में सुधार लाने के लिए कार्य योजना बनाई गई है। कोंकण रेलवे ने महात्मा गांधीजी की 150वीं जयंती के अवसर पर 16 सितंबर से 2 अक्तूबर तक स्वच्छ्ता पखवाड़ा अभियान मनाया है। पखवाड़े के दौरान प्लास्टिक मुक्त भारत बनाने और एक बार भी प्लास्टिक का उपयोग नहीं करने पर विशेष जोर दिया गया। कोंकण रेलवे ने अपने सभी यात्रियों से स्टेशनों, गाड़ियों और रेलवे परिसर को साफ-सुथरा बनाए रखने के लिए अपना सक्रिय सहयोग देने की अपील की है।
कोंकण रेलवे ने अपने परिचालन चरण की शुरुआत में ही परिचालन अधिशेष जनरेट किया है। कोंकण रेलवे ने वित्तीय वर्ष 2018-19 के दौरान 102 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ हासिल किया है। कंपनी ने वित्तीय वर्ष 2018-19 के दौरान 2898 करोड़ रुपए का कारोबार किया, जिसमें परियोजना से 1561 करोड़ रुपए का टर्नओवर और परिचालन से 1264 करोड़ रुपए टर्नओवर शामिल है।
कोंकण रेलवे हमेशा अपने यात्रियों को एक सुरक्षित और सुखद यात्रा के लिए बेहतर यात्री सुविधाएं मुहैया करने का प्रयास करती है। कोंकण रेलवे यात्रियों की यात्रा अधिक आरामदायी बनाने के लिए विभिन्न पहल करते हुए सुविधाएं प्रदान कर रही है। पिछले पांच वर्षों के दौरान यात्री सुविधाओं पर 85.35 करोड़ रुपए की पूंजीगत राशि खर्च की गईं। गोवा राज्य में कोंकण रेलवे मार्ग पर एम पी एल ए डी योजना के तहत 11.80 करोड़ रुपए राशि के विभिन्न यात्री सुविधाओं के कार्य पूरे किए गए हैं। पर्यटन विकास के तहत 3 स्टेशनों अर्थात मडगांव, करमाली और थिविम स्टेशनों को अपग्रेड किया जाएगा, जिसके लिए 25 करोड़ की राशि मंजूर की हैं। जून, 2019 में कोंकण रेलवे की सबसे लोकप्रिय गाड़ियों में कोंकणकन्या और मांडवी एक्सप्रेस को एल.एच.बी. कोचों में परिवर्तित कर दिया गया है जो यात्रियों की बेहतर सुविधाओं की दिशा में एक बड़ा कदम है।
कोंकण रेलवे के सभी स्टेशनों पर अब मुफ्त वाईफाई सेवाएं प्रदान की गई हैं। कोंकण रेलवे के स्टेशनों पर वाटर वेंडिंग मशीनें भी स्थापित की जा रही हैं। 25 जनवरी, 2019 को कोंकण रेलवे ने अनारक्षित टिकट प्रणाली (यूटीएस) के लिए अपने मौजूदा कम्प्यूटरीकृत टिकट प्रणाली को अपग्रेड किया है।
रोहा - वीर सेक्शन के बीच 46 किलोमीटर विस्तार के दोहरीकरण का कार्य प्रगति पर है और यह कार्य मार्च,2020 तक पूरा किया जाएगा। 10 नए स्टेशनों का निर्माण कार्य- इंदापुर, गोरेगांव रोड, सापे वामने, कालबनी, कडवई, वेरावली, खारेपाटण, अचिरने, मिरजन, इन्नंजे और 08 लूप लाइनों का कार्य भी प्रगति पर है। यह कार्य मार्च, 2020 तक पूरा होने की संभावना है। इनमें से अंजणी, सावर्डा, राजापुर रोड, वैभववाड़ी रोड और मुरुडेश्वर स्टेशनों पर 05 अतिरिक्त लूप लाइनें पहले से कार्यरत है। संपूर्ण कोंकण रेलवे मार्ग का विद्युतीकरण भी प्रगति पर है। यह कार्य वर्ष 2021 तक 1100 करोड़ की अनुमानित लागत से पूरा किया जाएगा।
ऊधमपुर-श्रीनगर-बारामुल्ला रेल लिंक (यू.एस.बी.आर.एल.) परियोजना का 53.6 किलोमीटर का कार्य प्रगति पर है। पिछले वर्ष के दौरान 10.26 किलोमीटर सुरंग के खुदाई का कार्य पूरा हो गया है। अंजी और चिनाब नदी पर प्रतिष्ठित पुलों का कार्य भी प्रगति पर है।
इस वर्ष कोंकण रेलवे ने एनटीपीसी गदरवाड़ा परियोजना में 11 किलोमीटर की लंबी नई रेलवे लाइन का निर्माण कार्य समयावधि में पूरा किया गया। इस रेलवे लाइन में शक्कर नदी पर 366 मीटर का लंबे पुल का निर्माण कार्य भी शामिल है।
कोंकण रेलवे इंजीनियरिंग की विशेषज्ञता के लिए जानी जाती है, जिसके लिए कोंकण रेलवे ने भारत के रक्सौल बिहार राज्य और नेपाल की राजधानी काठमांडू के बीच नई प्रस्तावित रेलवे लाइन के इंजीनियरिंग सर्वेक्षण के अनुबंध का ठेका सौंपा था। इस कार्य को सफलतापूर्वक पूरा किया गया और भारत के विदेश मंत्रालय द्वारा इसे नेपाल को प्रदान किया गया। 10 मई,2019 को नेपाल रेलवे के साथ डी.ई.एम.यू. रेक के 02 सेट के प्रावधान के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। इन डी.ई.एम.यू. रेक को जनवरी, 2020 तक नेपाल को सौंपा जाएगा।
कोंकण रेलवे द्वारा विकसित अभिनव स्वचलित गाड़ी परीक्षण प्रणाली (ए टी इ एस) भारतीय रेलवे के विभिन्न क्षेत्रों में स्थापित की गई है।
आर.पी.एफ. / कोंकण रेलवे ने स्टेशनों से 85 बच्चों को बचाया, 2257 अपराधियों पर जुर्माना लगाया गया और 1622 अनधिकृत विक्रेताओं और 25 चोरों को गिरफ्तार किया गया।
अपने कर्मचारियों के सहयोग के बिना संगठन की प्रगति और विकास संभव नहीं है। कोकण रेलवे के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, श्री संजय गुप्ता और निदेशकों के कर कमलों से 29 वें स्थापना दिवस समारोह के दौरान रवींद्र भवन, फतोर्दा, मडगांव, गोवा में अधिकारियों और कर्मचारियों को उनके सराहनीय कार्य के लिए सम्मानित किया गया।
कोंकण रेलवे हमेशा अपने मार्ग पर यात्रा करने वाले यात्रियों को सुरक्षित और आरामदायी यात्रा मुहैया करने का निरंतर प्रयास करती है।