कोंकण रेलवे पर स्वतंत्रता दिवस – 2020 समारोह का आयोजन
कोंकण रेलवे ने कोंकण रेल विहार, नेरुल, नवी मुंबई में उचित सामाजिक दूरी के मानदंडों को ध्यान में रखते हुए स्वतंत्रता दिवस मनाया। श्री संजय गुप्ता / अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया और उपस्थित अधिकारियों और कर्मचारियों को संबोधित किया।
इस वर्ष कोरोना वायरस ने पूरे विश्व को प्रभावित किया है और "सामान्य जीवन" की परिभाषा बदल दी है। रेलवे भी इससे प्रभावित हुई है। फिर भी इससे कोंकण रेलवे के कर्मचारियों का अटूट धैर्य प्रभावित नहीं हुआ है।
इस कोरोना महामारी के दौरान रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, थिविम, करमाली, मडगांव, उडुपि स्टेशनों से कुल 94 श्रमिक विशेष गाड़ियां भारत के विभिन्न भागों के लिए चलाई गईं। कोंकण रेलवे ने संबंधित राज्य सरकारों के समन्वय से इन श्रमिक विशेष गाड़ियों की संरक्षित व्यवस्था और सुचारू संचालन सुनिश्चित किया। इसके अलावा, आवश्यक वस्तुओं के सुचारू परिवहन को सुनिश्चित करने के लिए पार्सल विशेष और रो-रो सेवाओं का संचालन किया जा रहा है। इस वर्ष मुंबई सेंट्रल, बांद्रा (ट.), मुंबई सीएसएमटी, लोकमान्य तिलक (ट.), अहमदाबाद, वडोदरा और रत्नागिरी, कुडाल तथा सावंतवाड़ी रेलवे स्टेशनों के बीच गणपति विशेष गाड़ियों के 194 फेरे चलाने की घोषणा की गई।
हमेशा की तरह कोंकण रेलवे के सभी विभागों ने मिलकर इस महामारी से लड़ने का प्रयास किया है। कोंकण रेलवे के सभी कर्मचारियों के लिए मास्क, साबुन, सैनिटाइज़र, थर्मल स्कैनर का समय पर वितरण सुनिश्चित किया गया। चिपलूण, रत्नागिरी, मडगांव, वेर्णा, कारवार और उडुपि स्टेशनों पर कोविड क्वारंटाइन केंद्र स्थापित किए गए हैं।
मानसून के दौरान कोंकण क्षेत्र में हमेशा ही कठिनाईयों का सामना करना पड़ा है। मौसम की किसी भी स्थिति में हमारे कर्मचारियों के धैर्य में कोई कमी नहीं आई है। कोंकण रेलवे का सिद्धांत प्रथम संरक्षा है - इसके लिए कोई शॉर्टकट नहीं है। हमारे कर्मचारी सुचारू और संरक्षित गाड़ी परिचालन सुनिश्चित करने के लिए पटरियों और परिसंपत्तियों का समय पर रख-रखाव करके चौबीसों घंटे कार्य कर रहे हैं। कोंकण रेलवे ने हमेशा कागज रहित कार्यालय को बढ़ावा दिया है जो इस कोरोना महामारी के दौरान फायदेमंद साबित हुआ है।
ऊधमपुर - श्रीनगर - बारामुल्ला रेल लिंक (यूएसबीआरएल) परियोजना के कार्य प्रगति पर हैं और उन्हें तीव्र गति प्राप्त हुई है। कोंकण रेलवे को रक्सौल - काठमांडू रेल लाइन सर्वेक्षण का कार्य प्रदान किया गया है। प्रगति की दिशा में और एक कदम बढ़ते हुए नेपाल परियोजना के लिए डेमू ट्रेन पहले से ही तैयार रखी है।
कोंकण रेलवे पर विद्युतीकरण का कार्य तेजी से प्रगति कर रहा है। सीआरएस द्वारा मार्च, 2020 में बिजूर से ठोकुर तक के 108 कि.मी. के विद्युतीकरण को मंजूरी दी गई।
कोंकण रेलवे, अपने सोशल मीडिया चैनलों के माध्यम से लाखो लोगों तक पहुंची है और इसके माध्यम से महत्वपूर्ण रेलवे घोषणाओं की जानकारी भी समय पर जनता को दी है।
कोंकण रेलवे द्वारा स्वतंत्रता दिवस – 2020 के उपलक्ष्य में 10 से 16 अगस्त तक एक सप्ताह अवधि का स्वच्छता अभियान चलाया गया। सभी रेलवे स्टेशनों, स्टेशन परिसंचार क्षेत्र, रेलवे कॉलोनियों आदि में गहन स्वच्छता अभियान चलाए गए। इनमें सभी कर्मचारियों ने सामाजिक दूरी के मानदंडों का पालन करते हुए सक्रिय योगदान दिया।
कोंकण रेलवे हमेशा जनता की सेवा के लिए प्रतिबद्ध है।