कोंकण रेलवे ने अपना 31वां स्थापना दिवस मनाया

Konkan Railway Celebrates 31st Foundation Day

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कोंकण रेलवे ने देश की सेवा में 31 वर्षों की शानदार यात्रा पूरी की है और 31वें स्थापना दिवस के अवसर पर कोविड-19 मानदंडों को ध्यान में रखते हुए वर्चुअल प्लेटफॉर्म पर इसका आयोजन किया गया।

माननीय रेल मंत्री द्वारा उच्च गुणवत्ता यात्री संतुष्टि प्राप्त करने के लिए रेल सेवाओं को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। बेहतर यात्री संतुष्टि के लिए बुनियादी संरचनाएं और गुणवत्तापूर्ण यात्री सेवा महत्वपूर्ण है। इसे देखते हुए, कोंकण रेलवे ने यात्रियों के लाभ के लिए रेलवे सेवाओं और सुविधाओं में सुधार के लिए कई पहल की हैं। कोंकण रेलवे ने अपने निरंतर प्रयासों और समाज के प्रति समर्पित दृष्टिकोण रखते हुए यात्रियों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करके विभिन्न प्रयास किए हैं।

कोंकण रेलवे ने मार्च, 2020 में कोवि्ड -19 महामारी का सामना करने के लिए राष्ट्रीय तालाबंदी के बाद सभी यात्री गाड़ियों को स्थगित कर दिया था। लॉकडाउन प्रतिबंधों में धीरे-धीरे शिथिलता होने पर, भारतीय रेलवे ने कोंकण रेलवे सहित चरणबद्ध तरीके से गाड़ी सेवाओं को पुनः शुरू किया। वर्तमान में कोंकण रेलवे मार्ग पर 42 जोड़ी मेल/एक्सप्रेस और 05 जोड़ी यात्री गाड़ी सेवाएं चलाई जा रही हैं। इस वर्ष गणेश उत्सव - 2021 के दौरान गणेश भक्तों की सुविधा के लिए कुल 256 गणपति विशेष गाड़ियां चलाई गईं।

कोंकण रेलवे को मंगलुरु बंदरगाह से कोयले का नया परिवहन प्राप्त हुआ और बाल्ली कंटेनर डिपो से निर्यात कंटेनर संचालन भी शुरू किया गया। अंकोला और सुरतकल के बीच एक नई रोल ऑन-रोल ऑफ (रो-रो) सेवा शुरू की गई है। इससे निगम के अर्जन में बढ़ोतरी होगी।

पिछले वर्ष के दौरान कोंकण रेलवे की कुछ उल्लेखनीय उपलब्धियां निम्नानुसार हैं:

  • 08 नए क्रॉसिंग स्टेशनों और 08 लूपलाइन का कार्य पूरा किया गया।

  • रोहा-वीर सेक्शन के ट्रैक दोहरीकरण का कार्य पूरा किया गया।

  • कोंकण रेलवे मार्ग का विद्युतीकरण पूरा होने के अंतिम चरण में है और दिसंबर, 2021 तक पूरा होने की उम्मीद है।

  • मडगांव जं.- माजोर्डा सेक्शन के बीच ऑटोमेटिक ब्लॉक सिग्नलिंग शुरू की गई।

यूएसबीआरएल परियोजना के तहत चिनाब पुल के आर्च का कार्य इस वर्ष 5 अप्रैल को पूरा किया गया है। यह कोंकण रेलवे की एक बड़ी तकनीकी उपलब्धि है। प्रतिष्ठित चिनाब पुल नदी के तल से 359 मीटर ऊपर है और चिनाब नदी पर 467 मीटर का सिंगल आर्च स्पैन है। चिनाब पुल की कुल लंबाई 1315 मीटर है जिसमें 17 स्पैन हैं, जिसमें चिनाब नदी के मुख्य आर्च हिस्से की लंबाई 467 मीटर है।

नेपाल रेलवे ने जयनगर-कुर्था में गाड़ी परिचालन शुरू करने का कार्य कोंकण रेलवे को सौंपा है। यह कोंकण रेलवे की पहली अंतर्राष्ट्रीय परिचालन और वाणिज्यिक परियोजना है।

कोविड में कर्मचारियों मृत्यु के बाद जल्द से जल्द सेटलमेंट किया गया और अनुकंपा के आधार पर नियुक्तियां भी तेज गति से की जा रही हैं।

अब तक 90% से अधिक कर्मचारियों को कोविड वैक्सीन का पहला टिका लग गया है और 70% से अधिक को दूसरा टिका लग गया है। अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक/कोंकण रेलवे द्वारा जिन कर्मचारियों को अभी तक वैक्सीन नहीं मिली है, उन्हें जल्द से जल्द टीका लगवाने की अपील की है।

इस वर्ष 21 जुलाई से अत्यधिक वर्षा के कारण चिपलूण क्षेत्र में बाढ़ आ गई, जिससे तुतारी एक्सप्रेस चिपलूण स्टेशन पर ट्रैक टूटने के कारण फंस गई। इस चुनौतीपूर्ण समय में कोंकण रेलवे के कर्मचारियों ने विभिन्न स्टेशनों पर फंसे यात्रियों को पानी, भोजन और अन्य आवश्यक व्यवस्था उपलब्ध कराई। यात्रियों और जनता द्वारा इस कार्य की सराहना की गई।

कोविड महामारी का दौर बहुत चुनौतीपूर्ण रहा, कई कोविड प्रतिबंधों के बावजूद, कर्मचारियों ने संगठन के सुचारू कामकाज को सुनिश्चित करने के लिए अपने सर्वश्रेष्ठ प्रयास किए। अपने कर्मचारियों के योगदान के बिना संगठन की प्रगति और विकास करना संभव नहीं है। वर्चुअल समारोह के दौरान अपने सराहनीय कार्यों हेतु कोंकण रेलवे के अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए पुरस्कार और प्रशंसा प्रमाण-पत्र की घोषणा की गई।

कोंकण रेलवे हमेशा ''संरक्षा प्रथम'' के नारे के अनुसार कार्य करती है। कोंकण रेलवे हमेशा अपने मार्ग पर यात्रा करने वाले यात्रियों को सुरक्षित और आरामदायक यात्रा प्रदान करने का प्रयास करती है।

 

L K Verma
Chief Public Relations Officer