जयनगर (बिहार - भारत) - कुर्था (नेपाल) सेक्शन पर गाड़ी परिचालन का प्रारंभ
भारत सरकार और नेपाल सरकार ने भारत-नेपाल कनेक्टिविटी को मजबूत करने, व्यापार और वाणिज्य गतिविधियों को बढ़ाने के लिए जयनगर (बिहार - भारत) - कुर्था (नेपाल) सेक्शन में रेल लिंक का प्रारंभ किया है।
नेपाल सरकार ने नेपाल रेलवे कंपनी लिमिटेड (NRCL) का गठन किया है जिसे जयनगर-कुर्था सेक्शन में गाड़ी सेवाओं और रेलवे प्रणाली के परिचालन और रख-रखाव की जिम्मेदारी दी गई है। नेपाल रेलवे कंपनी लिमिटेड ने जयनगर-कुर्था गाड़ी परिचालन शुरू करने का ठेका कोंकण रेलवे को दिया है।
माननीय प्रधान मंत्री के निपुण नेतृत्व और माननीय रेल मंत्री के मार्गदर्शन में, कोंकण रेलवे ने नेपाल रेलवे कंपनी लिमिटेड को दो 5 कार डेमू ट्रेन सेट देने के साथ-साथ इस खंड पर उद्घाटन के बाद 02-04-2022 (आज) से जयनगर (भारत) और कुर्था (नेपाल) के बीच क्रॉस-बार्डर रेल लिंक की शूरूआत की है।
प्रारंभिक यात्री सेवाएं दो 5 कार डेमू ट्रेन सेटों के साथ शुरू होंगी जिनकी आपूर्ति कोंकण रेलवे द्वारा नेपाल सरकार को केआरसीएल को दिए गए आपूर्ति अनुबंध के बदले नेपाल सरकार द्वारा प्रदान किए गए निधि से की गई है। ये रेक इंटीग्रल कोच फैक्ट्री, चेन्नई द्वारा निर्मित हैं और इनमें कई आधुनिक विशेषताएं हैं। प्रत्येक 5 कार डेमू ट्रेन सेट में 1600 एचपी संचालक शक्ति और अन्य उन्नत सुविधाएं जैसे एक वातानुकूलित डिब्बा, इलेक्ट्रॉनिक ईंधन इंजेक्शन, माइक्रोप्रोसेसर आधारित एसी-एसी ट्रैक्शन, न्यूमेटिक सस्पेंशन और शौचालय हैं।
नेपाल सरकार ने नेपाल के राष्ट्रीय ध्वज के आधार पर इन ट्रेन सेटों की रंग योजना को अंतिम रूप दिया।
नेपाल रेलवे कंपनी लिमिटेड ने एक वर्ष की अवधि के लिए परिचालन और रख-रखाव सहायता प्रदान करने का कार्य कोंकण रेलवे कॉर्पोरेशन लिमिटेड को सौंपा है।
इस समझौते के हिस्से के रूप में, कोंकण रेलवे गाड़ी परिचालन और रख-रखाव का कार्य करेगी, नेपाल रेलवे के कर्मचारियों को प्रशिक्षण प्रदान करेगी, 26 विशेषज्ञ और न्यूनतम उपकरणों की आपूर्ति करेगी, रेलवे परिचालन के लिए बुनियादी प्रणाली तैयार करेगी और ट्रैक तथा सिगनलिंग प्रणाली के रख-रखाव के लिए तकनीकी सहायता प्रदान करेगी।
भारत सरकार और नेपाल सरकार के सहयोग से कोंकण रेलवे के साथ नेपाल रेलवे कंपनी के संयुक्त कार्य से नेपाल को एक मजबूत रेलवे प्रणाली बनाने में और दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने में मदद मिलेगी।
कोंकण रेलवे को रेल विभाग और भौतिक अवसंरचना और परिवहन मंत्रालय, नेपाल के साथ कार्य करने और अपने पड़ोसियों के साथ अच्छे संबंध बनाए रखने के भारत के प्रयासों का हिस्सा बनने के लिए प्रसन्नता होती है।