कोंकण रेलवे ने मनाया 33वां स्थापना दिवस
राष्ट्र के प्रति 33 वर्षों की समर्पित सेवा और 25 वर्षों के निर्बाध परिचालन के साथ यह वर्ष कोंकण रेलवे की अपनी यात्रा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ है। इसे मनाते हुए, 33वां स्थापना दिवस वाशी, नवी मुंबई में सिडको प्रदर्शनी एवं सम्मेलन केंद्र में आयोजित किया गया।
सभा को संबोधित करते हुए कोंकण रेलवे के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री संजय गुप्ता जी ने सभी कर्मचारियों के समर्पित प्रयासों की सराहना की, उनकी अटूट प्रतिबद्धता की पहचन करके उन्हें उसी उत्साह और प्रतिबद्धता के साथ बने रहने के लिए प्रोत्साहित किया। इसके अलावा, उन्होंने पिछले 12-18 महीनों के दौरान कोंकण रेलवे द्वारा हासिल की गई उपलब्धियों के बारे में जानकारी दी।
● माननीय प्रधान मंत्री जी ने 27 जून, 2023 को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से गोवा - मुंबई सीएसएमटी वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई।
● माननीय रेल मंत्री जी ने 26 मार्च, 2023 को नवनिर्मित प्रतिष्ठित चिनाब पुल का निरीक्षण किया।
● मडगांव रेलवे स्टेशन के विकास को जुलाई, 2023 में रेल मंत्रालय द्वारा अमृत भारत योजना में शामिल किया गया है।
● कोंकण रेलवे ने अपने मार्ग का 100% विद्युतीकरण पूरा किया है।
● कोंकण रेलवे ने निम्नलिखित क्षेत्रों में अब तक की सर्वोच्च उपलब्धि हासिल की:
○ अब तक का सबसे अधिक यात्री राजस्व - ₹962.43 करोड़
○ अब तक का सबसे अधिक माल ढुलाई राजस्व - ₹736.47 करोड़
○ अब तक का उच्चतम परियोजना राजस्व - ₹3274.70 करोड़
○ अब तक का सर्वाधिक सकल राजस्व - ₹5152.23 करोड़
○ अब तक का सर्वाधिक शुद्ध लाभ - ₹278.93 करोड़
● इस वर्ष कोंकण रेलवे ने प्रारंभिक लदान में 30% की वृद्धि हासिल की, जो अब तक की सबसे अधिक वृद्धि है और इससे रेलवे बोर्ड का संशोधित लक्ष्य भी हासिल किया गया।
● रत्नागिरी में शीत गृह (कोल्ड स्टोरेज) और इन्टिग्रेटेड पैक हाउस के निर्माण के लिए एमएएचएपीआरईआटी (MAHAPREIT) के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किए गए।
● मई 2023 में, बीएसएनएल के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किए गए, जिसके तहत बीएसएनएल ने ₹31 करोड़ की राशि का वित्तीय प्रावधान किया, जिसे फाइबर ऑप्टिक लाइन के नवीनीकरण के लिए रखा गया है।
उन्होंने पिछले दस वर्षों में 2013-14 से 2022-23 तक कॉर्पोरेशन की कुछ उपलब्धियों का भी उल्लेख किया।
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गाड़ी परिचालन टर्नओवर में 93% की उल्लेखनीय वृद्धि हुई है और राजस्व लगभग दोगुना बढ़ गया है, जो ₹972 करोड़ से बढ़कर ₹1,877 करोड़ हुआ है।
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परियोजना टर्नओवर में आश्चर्यजनक रूप से 836% की वृद्धि हुई है, जो ₹350 करोड़ से बढ़कर ₹3,274 करोड़ हुआ है। इसमें लगभग 8 से 9 गुना वृद्धि हुई है। विशेष रूप से, वर्ष 2003-04 से 2012-13 की अवधि के दौरान यूएसबीआरएल परियोजना से राजस्व ₹1,757 करोड़ पहुंच गया और वर्ष 2013-14 से 2022-23 तक बढ़कर ₹11,400 करोड़ हो गया है।
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इक्विटी, जो ₹806 करोड़ से दोगुनी होकर ₹1,785 करोड़ हो गई। यह 121% की उल्लेखनीय वृद्धि है।
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वर्ष 1998-99 से 2012-13 तक की अवधि के दौरान कुल पूंजीगत व्यय (कॅपेक्स) ₹683 करोड़ था, और वर्ष 2013-14 से 2022-23 की अवधि को लेते हुए बाद के वर्षों में यह बढ़कर ₹3,026 करोड़ हो गया है।
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वर्ष 2013-14 से 2022-23 की अवधि तक चुनौतीपूर्ण कोविड महामारी वर्ष के दौरान हुई हानि को शामिल करते हुए कुल लाभ ₹756 करोड़ रहा।
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दिसंबर, 2017 में, रेल मंत्रालय द्वारा दूसरे वित्तीय पुनर्गठन को मंजूरी दी गई, जिसके तहत ₹4080 करोड़ के ऋण को इक्विटी में बदल दिया गया।
इसके अलावा, कोंकण रेलवे द्वारा कई उल्लेखनीय नई परियोजनाएं शुरू की गईं:
● मार्च, 2018 में, गोवा के बाल्ली में आईसीडी सुविधा के साथ मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक पार्क का उद्घाटन किया गया।
● अक्तूबर, 2019 में, ठोकुर में एमआरपीएल के लिए पीईटी कोक लोडिंग का प्रावधान उपलब्ध कराया गया।
● मार्च, 2017 में लोटे, रत्नागिरी में नई फैक्ट्री का निर्माण कार्य प्रारंभ किया गया।
● फरवरी, 2018 में केरल के वीआईएसएल पोर्ट रेल लिंक के निर्माण कार्य के लिए एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए गए।
● मई, 2020 में केरल में सड़क सुरंग निर्माण कार्य के लिए एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए गए।
यह सभी कर्मचारियों के अथक प्रयास और प्रतिबद्धता के कारण कॉर्पोरेशन की उल्लेखनीय प्रगति और विकास को बढ़ावा मिला है। कोंकण रेलवे के अधिकारियों और कर्मचारियों के समर्पण और अनुकरणीय कार्य की सराहना करते हुए, उन्हें पुरस्कार और प्रशस्ति प्रमाण-पत्र से सम्मनित किया गया।
कोंकण रेलवे हमेशा संरक्षा सर्वप्रथम का अनुसरण करती है और अपने मार्ग पर यात्रा करने वाले सभी यात्रियों को सुरक्षित और आरामदायक यात्रा सुनिश्चित करने के लिए समर्पित है।