कोंकण रेलवे मानसून-2024 के लिए तैयार
कोंकण रेलवे अपनी गाड़ी संरक्षा और उन सेवाओं की विश्वसनीयता सुनिश्चित करने के लिए मॉनसून के आगमन से पहले योजनाबद्ध तरीके से प्रयास कर रही है। मॉनसून का सामना करने के लिए व्यापक उपाय किए जा रहे हैं, जिनमें बुनियादी संरचनाओं का रख-रखाव, गश्त बढ़ाना और आपातकालीन तैयारियों पर जोर दिया गया है। इन सभी प्रयासों का लक्ष्य, बाधाओं को कम करना और खराब मौसम में भी गाड़ियों का सुचारू और संरक्षित परिचालन सुनिश्चित करना है। भू-संरक्षा और परिचालन तत्परता में उल्लेखनीय सुधार के साथ, कोंकण रेलवे आगामी मानसून के लिए तैयार है।
मुख्य तैयारियाँ:
1. जल निकासी और बुनियादी संरचनाओं का रख-रखाव।
● जल निकासी नालियों की गहन साफ-सफाई।
● रेलवे कटिंगों का गहनता से निरीक्षण।
● पिछले कुछ वर्षों में महत्वपूर्ण भू-संरक्षा परियोजनाओं से बोल्डर गिरने और मिट्टी धंसने की घटनाएँ कम हुई हैं, जिससे गाड़ी परिचालन संरक्षित हुआ है। यह उल्लेखनीय है कि पिछले दस वर्षों में मानसून के दौरान बोल्डर गिरने से अधिक समय तक गाड़ी सेवा बाधित नहीं हुई है।
2. मानसून के दौरान गश्त लगाना:
● मानसून के दौरान रेलवे मार्ग पर गश्त के लिए 672 कर्मियों की तैनाती।
● चिन्हित संवेदनशील स्थानों पर चौबीसों घंटे गश्त की व्यवस्था की गई है और इन क्षेत्रों में गति प्रतिबंध लगाए जाएंगे।
● त्वरित आपातकालीन सहायता के लिए बीआरएन माउंटेड उत्खनन मशीन तैनात।
● 09 निर्दिष्ट स्थानों जैसे - वीर, चिपलूण, रत्नागिरी, कुडाल, वेर्णा, कारवार, भटकल और उडुपि में रेल अनुरक्षण वाहन (आरएमवी) तैनात किए जाएंगे।
● त्वरित आपातकालीन सहायता के लिए माणगांव, चिपलूण, रत्नागिरी, कणकवली, करमाली, कारवार और उडुपि में टावर वैगन उपलब्ध कराए गए हैं।
3. परिचालन समायोजन:
● भारी वर्षा के दौरान यदि दृष्यता कम होती है तो लोको पायलटों को गाड़ी की गति 40 किमी/घंटा तक कम करने के निर्देश दिए गए हैं।
● रत्नागिरी और वेर्णा में ऑपरेशन थिएटर और आपातकालीन चिकित्सा सहायता से लैस स्व-चालित दुर्घटना राहत चिकित्सा वैन (एआरएमवी) स्टैंडबाय के रूप में उपलब्ध कराई गई।
● वेर्णा में एक दुर्घटना राहत गाड़ी (एआरटी) रखी गई है, जो 15 मिनट के भीतर प्रस्थान करेगी।
● पटरियों पर पानी का स्तर 100 मिमी से अधिक हो जाने की स्थिति में, यात्रियों की संरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पानी कम होने तक गाड़ी सेवाएं अस्थायी रूप से निलंबित कर दी जाएंगी।
4. उन्नत संचार प्रणाली:
● नियंत्रण कार्यालय/स्टेशन के साथ आपातकालीन संचार के लिए संरक्षा कर्मियों को मोबाइल फोन उपलब्ध कराए गए हैं।
● लोको पायलट और गार्ड को वॉकी-टॉकी सेट प्रदान किए गए हैं।
● गाड़ी चालक दल और स्टेशन मास्टर के बीच निर्बाध वायरलेस संचार के लिए सभी स्टेशन 25 वाट वीएचएफ बेस स्टेशन के रूप में तैयार हैं।
● आपातकालीन स्थिति के दौरान गश्त कर्मी, चौकीदार, लोको पायलट, गार्ड और अन्य फील्ड रख-रखाव कर्मचारियों को नियंत्रण कार्यालयों के साथ तत्काल संपर्क के लिए मार्ग पर लगभग प्रत्येक 1 किमी पर आपातकालीन संचार (ईएमसी) सॉकेट्स स्थापित किए गए हैं।
● आपातकालीन उपयोग के लिए एआरएमवी में सैटेलाइट फोन प्रदान किया गया है।
5. तकनीकी उन्नयन:
● बेहतर दृश्यता के लिए एलईडी सिगनल लगाए गए हैं।
● वर्षा के स्तर की निगरानी और कर्मियों को सतर्क करने के लिए नौ स्टेशनों (माणगांव, चिपलूण, रत्नागिरी, विलवडे, कणकवली, मडगांव, कारवार, भटकल और उडुपि) पर सेल्फ-रिकॉर्डिंग रेन गेज लगाए गए हैं।
● जल स्तर खतरे के स्तर तक पहुंचने पर कर्मियों को सतर्क करने के लिए तीन पुलों अर्थात काली नदी (माणगांव और वीर के बीच), सावित्री नदी (वीर और सापेवामणे के बीच) और वाशिष्ठी नदी (चिपलूण और कामथे के बीच) पर बाढ़ चेतावनी प्रणाली लगाई गई है।
● हवा की गति की निगरानी के लिए चार स्थानों अर्थात पानवल वायाडक्ट (रत्नागिरी और निवसर के बीच), मांडोवी पुल (थिविम और करमाली के बीच), जुआरी पुल (करमाली और वेर्णा) और शरावती पुल (होन्नावर और मंकी के बीच) पर एनीमोमीटर लगाए गए हैं।
6. चौबीसों घंटे नियंत्रण कक्ष:
● मानसून अवधि के दौरान संरक्षित रेल परिचालन सुनिश्चित करने के लिए बेलापुर, रत्नागिरी और मडगांव में नियंत्रण कक्ष चौबीसों घंटे संचालित होंगे।
● चिपलूण, रत्नागिरी, वेर्णा, मडगांव, कारवार और उडुपि इन 06 स्थानों पर चिकित्सा दल उपलब्ध रहेंगे।
7. मानसून समय-सारिणी:
● 10 जून, 2024 से 31 अक्तूबर, 2024 तक मानसून समय-सारिणी लागू की गई है, इस अवधि के दौरान संरक्षा सुनिश्चित करने और चुनौतीपूर्ण मौसम की स्थिति का सामना करने के लिए सेक्शन में गाड़ी की गति कम कर दी गई है।
● कोंकण रेलवे कॉर्पोरेशन लिमिटेड राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन का एक भाग है और इसकी अपनी आपदा प्रबंधन योजना भी है।
● भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) से मौसम पूर्वानुमान के दैनिक अपडेट लिए जाते हैं।
● यात्री www.konkanrailway.com पर ऑनलाइन या 139 डायल करके गाड़ी की स्थिति की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
कोंकण रेलवे इन व्यापक तैयारियों के साथ अपने यात्रियों की संरक्षा और आरामदायक यात्रा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है, इसका लक्ष्य, मानसून के दौरान यात्रियों के लिए संरक्षित और सुविधाजनक यात्रा का अनुभव प्रदान कराना है।