कोंकण रेलवे ने समर्पित सेवा के पूर्ण किए 34 वर्ष पर महत्वपूर्ण उपलब्धियां और प्रगति

कोंकण रेलवे ने इस वर्ष राष्ट्र के प्रति समर्पित गौरवपूर्ण सेवा के 34 वर्ष पूर्ण किए हैं। इस ऐतिहासिक अवसर को स्मरणीय बनाने के लिए 34वें स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में गोवा के मडगांव स्थित रविंद्र भवन में भव्य समारोह का आयोजन किया गया।

कोंकण रेलवे के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री सन्तोष कुमार झा जी ने उपस्थित लोगों को संबोधित किया तथा कर्मचारियों के अथक प्रयासों और अटूट प्रतिबद्धता की सराहना की तथा संगठन की निरंतर सफलता में उनकी भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने निम्न उल्लिखित कई प्रमुख उपलब्धियों पर भी प्रकाश डाला:

  • कोंकण रेलवे ने पिछले वित्तीय वर्ष के दौरान ₹301.75 का अब तक का सर्वाधिक लाभ अर्जित किया।

  • 1,700 करोड़ मूल्य की नई परियोजनाएं प्राप्त की गई हैं, जिनमें विद्युत कार्यों के लिए ₹850 करोड़, इंजीनियरिंग कार्यों के लिए ₹769 करोड़, सिगनल एवं दूरसंचार कार्यों के लिए ₹69 करोड़ और यांत्रिक कार्यों के लिए ₹13 करोड़ शामिल हैं।

  • विभिन्न विभागों में 190 रिक्तियों की भर्ती रोजगार अधिसूचना जारी की गई है।

  • ट्रैक रख-रखाव करने वाले कर्मचारी, पॉइंट्समैन और अन्य फ्रंटलाइन कर्मचारी जिन्होंने किसी भी असामान्य घटना की तुरंत सूचना देकर परिचालन संरक्षा बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, उन्हें संरक्षा सुनिश्चित करने में उनके अमूल्य योगदान के लिए सराहना के प्रतीक के रूप में ऑन-स्पॉट नकद पुरस्कार से सम्मानित किया जा रहा है।

  • कोंकण रेलवे को इस वित्तीय वर्ष के दौरान अनेक प्रतिष्ठित पुरस्कार प्राप्त हुए हैं, जिनमें से कुछ निम्नानुसार है:

महात्मा फाउंडेशन द्वारा सर्वश्रेष्ठ ईएसजी प्रेक्टिसेस के लिए महात्मा पुरस्कार।

फन एंड जॉय एट वर्क द्वारा राष्ट्र निर्माण में सर्वश्रेष्ठ पीएसयू पुरस्कार।

फन एंड जॉय एट वर्क द्वारा सर्वश्रेष्ठ ईएसजी प्रेक्टिसेस के लिए स्टार ऑफ द इंडस्ट्री पुरस्कार।

फन एंड वर्क एट वर्क द्वारा ड्रीम कंपनी टू वर्क फॉर श्रेणी में एशियाई नेतृत्व पुरस्कार 2024.

  • वर्ष 2023-24 के दौरान राजभाषा को बढ़ावा देने में उत्कृष्ट कार्य निष्पादन के लिए, कोंकण रेलवे को माननीय गृह राज्य मंत्री, श्री नित्यानंद राय द्वारा प्रतिष्ठित "नराकास राजभाषा सम्मान पुरस्कार" - प्रथम स्थान की राजभाषा शील्ड और प्रमाण-पत्र से सम्मानित किया गया।

  • कोंकण रेलवे को राजभाषा के प्रचार-प्रसार में उत्कृष्ट कार्य के लिए सामाजिक एवं सांस्कृतिक संगठन आशीर्वाद-साहित्यिक द्वारा "आदर्श उपक्रम" राजभाषा शील्ड से भी सम्मानित किया गया।

  • कोंकण रेलवे को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर गाड़ी परिचालन और रख-रखाव तथा नए रेलवे बुनियादी संरचना के निर्माण तथा अन्य परियोजना गतिविधियों के लिए निम्नलिखित आईएसओ प्रमाण-पत्र भी प्रदान किए गए हैं:


 

गुणवत्ता प्रबंधन प्रणाली (ISO 9001:2015)

व्यावसायिक स्वास्थ्य और संरक्षा प्रबंधन प्रणाली (ISO 45001:2018) और

पर्यावरण प्रबंधन प्रणाली में ISO प्रमाणन (ISO 14001:2015)

व्यावसायिक संरक्षा जोखिम कम करने के लिए साइबर खतरों से सुरक्षा और सक्रिय सुधारात्मक कार्रवाइयों के लिए कोंकण रेलवे सूचना संरक्षा प्रबंधन प्रणाली के लिए ISO 27001:2022 प्रमाणन।

  • रेल मंत्रालय ने सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में प्लॉन हेड 61 - निवेश के अंतर्गत ओल्ड गोवा और पेडणे सुरंगों के निर्माण के लिए ₹1,486 करोड़ की इक्विटी को मंजूरी दी है।

  • त्योहार के दौरान यात्रियों की बढ़ती मांग को प्रभावी ढंग से पूरा करने के लिए क्षेत्रीय रेलवे के समन्वय से कुल 304 विशेष गणपति रेलगाड़ियां चलाई गईं।

  • यात्रियों की मांग को देखते हुए, 29 अगस्त, 2024 को बांद्रा टर्मिनस और मडगांव के बीच द्वि-साप्ताहिक ट्रेन सेवा शुरू की गई। इसके अतिरिक्त, काचीगुडा से मंगलुरु तक चलने वाली द्वि-साप्ताहिक एक्सप्रेस की सेवा को 11 अक्टूबर, 2024 से मुरुडेश्वर तक बढ़ा दिया गया है।

  • पिछले वर्ष की तुलना में वर्तमान वर्ष में 29% अधिक वर्षा हुई है। इसके परिणामस्वरूप, पेडणे सुरंग में ट्रैक पर मिट्टी के रिसाव और नातुवाड़ी सुरंग के प्रवेश द्वार पर मिट्टी खिसकने के कारण गाड़ी संचालन में बाधा उत्पन्न हुई। तथापि, इन समस्याओं को दूर करने के लिए तुरंत कार्रवाई की गई, जिसके परिणामस्वरूप गाड़ी संचालन पुनः से शुरू किया गया।

यह सभी कर्मचारियों के अथक प्रयासों और अटूट प्रतिबद्धता से कॉर्पोरेशन की उल्लेखनीय प्रगति और विकास हुआ है। कर्मचारियों के समर्पण और अनुकरणीय कार्य-निष्पादन के लिए स्थापना दिवस समारोह के दौरान अधिकारियों और कर्मचारियों को पुरस्कार और प्रशंसा प्रमाण-पत्र वितरित किए गए। इसके अतिरिक्त, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक ने इस वर्ष सभी कर्मचारियों के लिए ₹17,951/- के बोनस के भुगतान की घोषणा की गई।

कोंकण रेलवे अपने 'संरक्षा सर्वोपरि' दृष्टिकोण पर दृढ़ है तथा अपने मार्ग पर सभी यात्रियों के लिए संरक्षित और आरामदायक यात्रा सुनिश्चित करती है।

गिरीश करंदीकर
मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी