गाड़ी सं.11003/11004 दादर-सावंतवाडी-दादर राज्य रानी एक्सप्रेस का
भारत में रेलगाड़ियां न केवल परिवहन का माध्यम हैं, बल्कि भारत की धड़कन है। श्री केशवसुत, आधुनिक मराठी कविता के अग्रणी हैं और मराठी साहित्य तथा राष्ट्र के उत्थान में उनके योगदान के लिए श्रद्धांजलि देते हुए माननीय रेल मंत्री, श्री सुरेश प्रभु जी ने गाड़ी संख्या 11003/11004 दादर-सावंतवाड़ी - दादर राज्यरानी एक्सप्रेस को उनकी क्रांतिकारी कविता "तूतारी" के आधार पर "तूतारी एक्सप्रेस" के रूप में पुनःनामकरण करने का निर्णय लिया है।
'तुतारी' यह केशवसुत द्वारा लिखी गई एक प्रसिद्ध कविता है। इस कविता में, केशवसुत ने आजादी के लिए लड़ने का आह्वान किया है। यह कविता भारत में ब्रिटिश शासन के दौरान लिखी गई थी। इस कविता ने कई भारतीयों को ब्रिटिश शासन के खिलाफ लड़ने के लिए प्रेरित किया था। यह कविता बेहद प्रेरणादायक है और सभी प्रकार के अन्यायों के खिलाफ लड़ने का आह्वान करती है।
कृष्णाजी केशव दामले महाराष्ट्र, भारत के (7 अक्तूबर , 1866 - 7 नवंबर, 1905) मराठी कवि थे, इन्होंने केशवसुत उपनाम से कविताएं लिखीं।
एक व्यक्ति जिसने मराठी कविता में क्रांतिकारी परिवर्तन लाया, जिन्होंने अपनी कविता के माध्यम से नए युग की शुरूआत की और जिन्हें 'आधुनिक मराठी कविता' के निर्माता के रूप में सम्मानित किया गया वे कवि केशवसुत या कृष्णाजी केशव दामले थे। उनकी कविता का कार्यकाल 1885 से 1905 तक था। केशवसुत जी ने छह से सात शताब्दियों से अधिक रूढ़ीगत परंपरा में जकड़ी मराठी कविता को एक आधुनिक दृष्टिकोण प्रदान करने में बहुत बड़ा योगदान दिया है। इसलिए उनका अनुसरण करने वाले कवियों ने अपनी रचनाओं और कविताओं को उनके चरणों की धूल के समान भी नहीं माना है।
कवि केशवसुत का जन्म 7 अक्तूबर, 1866 को रत्नागिरी जिले के मालगुंड में हुआ था। उनकी प्राथमिक शिक्षा उनके गांव कोंकण में हुई थी। वे आगे की शिक्षा के लिए वडोदरा और नागपुर गए थे।
वे अपनी एकाग्रता, कोमलता और संवेदनशीलता से मराठी कविता के शिखर पर पहुंचे थे। उन्हें मराठी कविता में महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त हुआ है। उनकी कविताओं से भावी पीढ़ी लगातार प्रेरित होती रहेगी।
माननीय रेल मंत्री, श्री सुरेश प्रभु जी की उपस्थिति में कवि केशवसुत जी के स्मरणोत्सव में दिनांक 22/05/2017 को कोहिनूर हॉल, दादर में समारोह आयोजित किया गया। इस समारोह में गाड़ी सं.11003/11004 दादर-सावंतवाडी-दादर राज्य रानी एक्सप्रेस का "तूतारी एक्सप्रेस" के नाम से पुनः नामकरण किया गया।
इस समारोह के दौरान कवि केशवसुत के चुनिन्दा कविताओ का मराठी जगत के प्रसिद्ध साहित्यकारों द्वारा पठन किया गया।