कोंकण रेलवे के आरपीएफ कर्मचारियों का सराहनीय कार्य
माननीय रेल मंत्री जी ने वर्ष 2018 को भारतीय रेलवे पर महिला यात्रियों और बच्चों की सुरक्षा के लिए सामूहिक रूप से प्रयास करने का वर्ष घोषित किया है ।
कोकण रेलवे में, रेलवे परिसर और गाड़ियों से खोए / त्याग किए हुए/ तस्करी करने आदि संबन्धित बच्चों के बचाव के लिए आरपीएफ विभाग सबसे आगे रहा है और रेलवे के संपर्क में आने वाले बच्चों की बेहतर देखभाल और संरक्षण के लिए महिला एवं बाल विकास मंत्रालय और बाल अधिकार संरक्षण राष्ट्रीय आयोग के सहयोग से रेल मंत्रालय द्वारा जारी स्थायी संचालन प्रक्रिया का अंगीकार कराते हुए भागे हुए बच्चों के बचाव पर विशेष जोर दिया है।
वर्ष 2018 के पहले चार महीनों में, रेलवे सुरक्षा बल के कर्मचारीयों द्वारा कोंकण रेलवे के विभिन्न रेलवे स्टेशनों और गाड़ियों में घर से भागे हुए सोलह (16) बच्चों का पता लगाया गया और उन्हें बचाया गया और उचित जांच पड़ताल के बाद उन्हें चाइल्डलाइन और संबंधित माता-पिता को सौंप दिया गया ।
यदि यात्री को रेलवे स्टेशन /गाड़ी में बच्चे की सुरक्षा और देखभाल के लिए जरूरत पड़ती है तो आवश्यक सहायता के लिए टोल फ्री नंबर 182 या 1098 पर सूचित करें।
कोंकण रेलवे अपने यात्रियों की सेवा के लिए हमेशा तत्पर हैं।