कोंकण रेलवे पर सतर्कता जागरूकता सप्ताह

कोंकण रेलवे द्वारा अपने  कर्मचारियों  के साथ साथ जनसामान्य में,  ईमानदारी और पारदर्शिता के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए, 30 अक्टूबर से 4 नवंबर, 2017 तक सतर्कता जागरूकता सप्ताह मनाया गया।

इस वर्ष के लिए प्रसंग "मेरी दूरदृष्टि-भ्रष्टाचार मुक्त भारत" हैI

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गाड़ियों में शयनयान डिब्बे का स्थायी आधार पर विस्तार

यात्रियों के लिए खुशखबर  !!!
निम्न  गाड़ियों में शयनयान डिब्बे  को स्थायी आधार पर बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। विवरण इस प्रकार हैं:

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यात्रियों  से  अनुरोध है की इन सेवा का लाभ उठाए।     

 

कोंकण रेलवे द्वारा दिनांक 5 से 25 अक्टूबर, 2017 "पर्यटन पर्व" का आयोजन

देश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए अन्य केंद्रीय मंत्रालयों, राज्य सरकारों और हितधारकों के साथ मिलकर पर्यटन मंत्रालय की एक अनूठी पहल है। इस पहल का मुख्य उद्देश्य पर्यटन के लाभों पर ध्यान केंद्रित करना था। इस  दौरान देश की सांस्कृतिक विविधता को भी प्रदर्शित किया जाना था। इस यात्रा की पहल का एक  मुख्य लक्ष्य 'सभी के लिए पर्यटन' के सिद्धांत को रेखांकित करना था। रेलवे के माननीय मंत्री श्री पीयूष गोयल की पहल और मार्गदर्शन के तहत कोंकण रेलवे, ने  "पर्यटन पर्व"के लिए एक कार्य योजना तैयार की थी । इन अभियानों के एक भाग के रूप में, "पर्यटन पर्व" को पूरे कोंकण रेलवे मार्ग सहित भारतीय

कोंकण रेलवे मार्ग पर गाड़ी सेवाएं पुनर्स्थापित करना

कोंकण रेलवे मार्ग पर यातायत  सेवा 19:20 बजे पुनर्स्थापितkar दी गयी है । गाड़ी सं.12224 को सफलतापूर्वक दुर्घटना खंड से गुजरा गया है । गाड़ी पटरी पर उतरने के कारण गाड़ियों को विभिन्न स्टेशनों पर विनियमित किया गया था, उनको एक-एक करके चलाने का कार्य शुरू  कर दिया गया है ।

कृपया यात्री गाड़ी में चढ़ने से पहले www.konkanrailway.com पर गाड़ियों की स्थिति की जांच करें।

किसी भी प्रकार के पूछताछ के लिए यात्री 022-27587939 पर कॉल कर सकते हैं।

जनता को होने वाली असुविधा के लिए हमें खेद है।

कोंकण रेलवे मार्ग पर गाड़ियों की स्थिति

गाड़ी संख्या  12224 एर्नाकुलम  - लोकमान्य तिलक टर्मिनस दुरंतो एक्सप्रेस के इंजन   की फ्रंट ट्राली सावंतवाड़ी रोड और ज़ाराप स्थानकों के बीच के किलो मीटर 360/4 के बीच महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले में 15:04 बजे बेपटरी  हो गई थी ।  जिसके परिणाम स्वरुप,
पुनर्निर्धारित रेलगाड़ियों की स्थिति निम्नानुसार हैं:
गाड़ी संख्या 10112 मडगाँव- मुंबई सीएसएमटी दिनांक 26/10/2017 यह  गाड़ी  अपने निर्धारित प्रस्थान समय  16:45 बजे के बदले  मडगाँव से 1 9 .15 बजे (यानी 02:30 बजे देरी से) रवाना   होगी।

कोंकण रेलवे मार्ग पर रेलगाड़ियों की स्थिति

गाड़ी संख्या 12224 एर्नाकुलम लोकमान्य तिलक टर्मिनस दुरंतो एक्सप्रेस के इंजीन की फ्रंट    ट्रॉली रत्नागिरी क्षेत्र के सावंतवाड़ी रोड और जाराप स्थानकों के बीच  बेपटरी हो गई थी।  रविवार को दोपहर 15:03 बजे हुए  इस घटना में किसी भी यात्री के घायल /  चोटिलों  होने की कोई  सूचना नहीं है। दुर्घटना राहत चिकित्सा वैन (एआरएमवी) और दुर्घटना राहत गाड़ियों (एआरटी) क्रमशः रत्नागिरी और वेरना से चलाई गईं हैं तथा  शीघ्र ही राहत और बहाली के लिए साइट पर पहुंचेगी। कोंकण रेलवे अधिकारी भी साइट पर पहुंच गए हैं।  अतः कोंकण रेलवे मार्ग पर चलने वाली गाड़ियां कुछ सम

गाड़ी संख्या. 02198/02197 जबलपुर- कोयम्बटूर - जबलपुर साप्ताहिक विशेष गाड़ीयों का विस्तार

यात्रियों के लिए खुशखबर!!
यात्रियों की अतिरिक्त भीड़ को ध्यान में रखते हुए पश्चिम मध्य रेलवे द्वारा गाड़ी संख्या 02198/02197 जबलपुर और कोयम्बटूर के बीच दिनांक 01/01/2018  तक बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। जिसका विवरण निम्नानुसार हैं:-

कोंकण रेलवे पर जनसाधारण विशेष गाड़ी

यात्रियों के लिए खुश खबर!!
यात्रियों की अतिरिक्त भीड़ को ध्यान में रखते हुए दिवाली त्योहार के अवसर पर रत्नागिरी- पनवेल– रत्नागिरी के बीच जनसाधारण विशेष गाड़ी  चलाने का निर्णय लिया गया है।
विवरण निम्नानुसार हैं:
गाड़ी संख्या 00504 / 00503 रत्नागिरी - पनवेल - रत्नागिरी जनसाधारण विशेष:
गाड़ी संख्या 00504 रत्नागिरी – पनवेल जनसाधारण विशेष यह गाड़ी रत्नागिरी से रविवार 22.10.2017 को  दोपहर 13.00 बजे प्रस्थान करेगी और यह गाड़ी उसी दिन शाम 19:50 बजे पनवेल पहुंचेगी।

कोंकण रेलवे का 27वां स्थापना दिवस समारोह - 15 अक्तूबर, 2017

कोंकण रेलवे मुंबई और मंगलुरू के बीच एक महत्वपूर्ण कड़ी है, जो नयनरम्य पश्चिमी घाटों के बीच से गुजरती है। इसमें महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक और केरल चार राज्य शामिल हैं। इसके 740 किलोमीटर के सेक्शन में कठिन और बीहड़ भू-भाग शामिल हैं।
90 के दशक में इंजीनियरिंग क्षेत्र के नवीनतम तकनीक का इस्तेमाल करके, भौगोलिक चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना किया गया। 90 से अधिक सुरंगों, लगभग 2000 पुलों और 564 गहरी कटिंगों, के साथ कोंकण रेलवे का निर्माण करना 90 के दशक में एक कठिन कार्य था और आने वाले समय के लिए एक इंजीनियरिंग चमत्कार होगा।

महाड डाकघर में यात्री आरक्षण प्रणाली (पीआरएस) को कार्यान्वित करना

यात्रियों के लिए खुश खबर !!!
ऐसे स्थान जो रेल मार्ग से जुड़े नहीं है वहां के यात्रियों को  टिकट आरक्षित करने में होनेवाली  असुविधा और कठिनाई से बचने के लिए,  दिनांक16.10.2017 को  भारतीय डाकघर  महाड में यात्री आरक्षण प्रणाली को  कार्यांन्वित करने का निर्णय लिया गया है।